मीरजापुर। मीरजापुर की चुनार कोतवाली पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर मानव तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा गुरुवार को किया है। पुलिस ने महिला एवं उसके दो वर्षीय पुत्र की खरीद-फरोक्त करने वाले छह आरोपितों को आगरा से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने महिला और बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया है। पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने आज पत्रकार वार्ता कर बताया कि चुनार कोतवाली पर स्थानीय निवासिनी एक महिला ने अपने पड़ोस में रहने वाले नामजद आरोपितों के विरूद्ध षड़यंत्र के तहत नौकरी दिलाने के नाम पर आगरा ले जाने और महिला ने खरीद-फरोख्त करने व उसके दो वर्षीय पुत्र को बेच देने के सम्बन्ध में दो जनवरी को लिखित तहरीर दी थी।
इस मानव तस्करी से सम्बन्धित घटना को गंभीरतापूर्वक लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन महेश सिंह अत्री व क्षेत्राधिकारी चुनार मंजरी राव के नेतृत्व में गठित टीमों त्वरित कार्रवाई में लगाया गया। इसके साथ ही भौतिक व इलेक्ट्रानिक-सर्विलांस साक्ष्यों के आधार पर बेचे गए दो वर्षीय बालक व महिला को सकुशल बरामद कर लिया गया। इस मानव तस्करी की घटना में संलिप्त छह आरोपितों ऊषा गोंड पत्नी संजय गोंड, रामबाबू सोनकर पुत्र लच्छू सोनकर, नीतू सोनकर पत्नी रामबाबू निवासी काशीराम आवास कस्बा चुनार व वीरपाल पुत्र रामवीर निवासी नगला बुर्ज रोनकता थाना सिकन्दरपुर जनपद आगरा, सुधा सिंह सिसोदिया पत्नी वीरपाल निवासिनी श्रीजी हास्पिटल त्रिदेव बिहार थाना ट्रान्सयमुना आगरा, परम सिंह पुत्र दुर्जन सिंह निवासी कलेक्टरी बिहार थाना ट्रान्सयमुना आगरा को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल एवं ऊषा एवं रामबाबू के कब्जे से बालक की ब्रिक्री से प्राप्त धनराशि 25 हजार रुपये बरामद किया गया।