मां-बेटियों की आत्महत्या के मामले में यूपी को मानवाधिकार आयोग का नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बागपत जिले में पुलिस दबिश के दौरान मां और दो बेटियों की आत्महत्या के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार को शुक्रवार को नोटिस जारी किया है।
नयी दिल्ली, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बागपत जिले में पुलिस दबिश के दौरान मां और दो बेटियों की आत्महत्या के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार को शुक्रवार को नोटिस जारी किया है। गौरतलब है कि बागपत में पुलिस एक आरोपी को पकड़ने उसके घर गयी थी, इस कार्रवाई के विरोध में आरोपी की मां और दो बहनों ने कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया जिससे उनकी मौत हो गई। मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी बयान में खबरों के हवाले से कहा गया है कि बड़ी बेटी (19) की मौत घटना के दिन, 24 मई को हुई जबकि मां और छोटी बेटी (17) की मौत 26 मई को मेरठ के एक अस्पताल में हुई।
बयान के अनुसार, मानवाधिकार आयोग ने इस घटना के संबंध में मीडिया में आयी खबरों पर स्वत: संज्ञान लिया है। खबरों के अनुसार, इस घटना के बाद एक उपनिरीक्षक और पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी करके चार सप्ताह के भीतर घटना पर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट में घटना की जांच की स्थिति रिपोर्ट और पीड़ित परिवार को क्या अनुग्रह दिया गया है, इसकी जानकारी भी मांगी गई है।
नोटिस जारी करते हुए मानवाधिकार आयोग ने कहा कि मीडिया में आयी खबरों से यह पता चलता है कि ''कानून प्रवर्तन एजेंसियां हालात पर नियंत्रण करने में नाकाम रहीं जिसके कारण मानवाधिकार का उल्लंघन हुआ।