उसकी पहचान कैसे कर ली…समझ नहीं आ रहा, हिंदू पक्ष के "शिवलिंग" के दावे पर पूछने लगे SP नेता- जो पत्थर का टुकड़ा मिला
उसकी पहचान कैसे कर ली…समझ नहीं आ रहा, हिंदू पक्ष के “शिवलिंग” के दावे पर पूछने लगे SP नेता- जो पत्थर का टुकड़ा मिला
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद विवाद जारी है और मामला कोर्ट में है। कोर्ट के आदेश के बाद मस्जिद के अंदर सर्वे हुआ और सर्वे रिपोर्ट कोर्ट कमिशन ने न्यायालय में प्रस्तुत किया। सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया कि वजूखाने के अंदर शिवलिंग मिला है। वहीं मुस्लिम पक्ष ने कहा कि जिसे हिंदू पक्ष शिवलिंग बता रहा है, वह केवल फव्वारा है। इस मुद्दे पर राजनीति भी तेज हो गई है। वहीं सपा नेता ने शिवलिंग को पत्थर का टुकड़ा करार दिया।
यूपी विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने शिवलिंग को पत्थर का टुकड़ा कह दिया, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया और सपा निशाने पर आ गई। लाल बिहारी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आपने सुना होगा कि बनारस के ज्ञानवापी में शिवलिंग मिला है। मैं भाजपा के नेताओं और संतों और महात्माओं से जानना चाहता हूं कि जो पत्थर का टुकड़ा मिला है, उसकी पहचान यह लोग शिवलिंग के रूप में कैसे कर लिए?"
लाल बिहारी यादव ने आगे कहा, "पत्थरों का टुकड़ा उत्तराखंड के नदियों से चलता है और वह थपेड़े खाते हुए हमारे प्रदेश में आ जाता है। फिर हम उसको उठाकर कभी तुलसी के नाम पर, कभी ठाकुर बाबा के नाम पर उसमें आस्था जताते हुए हम उसकी पूजा करते हैं। कितने शिवलिंग देखा था जो उससे शिवलिंग की पहचान कर ले रहा है।"
ज्ञानवापी में जो हिंदू पक्ष का दावा है कि शिवलिंग मिला है, उसे सपा नेता ने शिवलिंग मानने से इनकार कर दिया। सपा नेता लाल बिहारी यादव ने कहा, "हम शिवलिंग उसे कैसे मान लें। भगवान शंकर आदमी थे कि पत्थर थे? आदमी चमड़े और हड्डी का होगा कि पत्थर का होगा?" सपा नेता के बयान के बाद राजनीति भी तेज होनी तय है।
मुस्लिम पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान जो मिला है, जिसे हिंदू पक्ष शिवलिंग बता रहा है। वह केवल फव्वारा है और वह 10-12 सालों से वहीं पर पड़ा हुआ है। वहीं अब हिंदू पक्ष ने कहा है कि उन्हें अब पूजा का अधिकार मिल जाना चाहिए क्योंकि बाबा मिल गए हैं तो उनकी पूजा भी जरूरी है।