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Update: 2022-07-15 16:50 GMT

Bundelkhand expressway inauguration: उत्तर प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानि 16 जुलाई को करेंगे। 296 किमी लम्बे एक्सप्रेस-वे खासकर बुंदेलों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। पीएम मोदी ने शुक्रवार शाम ट्वीट किया कि कल 16 जुलाई बुंदेलखंड क्षेत्र की मेरी बहनों और भाइयों के लिए एक विशेष दिन है। जालौन जिले में एक कार्यक्रम में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया जाएगा। यह परियोजना स्थानीय अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे शिलान्यास 29 फरवरी 2020 को चित्रकूट में किया था।

एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा कि अत्याधुनिक बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 7 जिलों से होकर गुजरता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होगा। इस क्षेत्र में महान औद्योगिक विकास होगा और इससे स्थानीय युवाओं के लिए अधिक अवसर आएंगे। गौरतलब है कि 29 फरवरी, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। कल लोकार्पण के लिए एक्सप्रेस-वे का लगभग मध्य का स्थान उरई का कैथेरी टोल प्लाजा को चुना गया है। यहां सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के लिए पांच किलोमीटर एरिया में बैरीकेडिंग कर घेरा बनाया गया है।

क्या है पीएम मोदी का कल का कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से सुबह 10:30 बजे कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट में उतरेंगे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका स्वागत करेंगे। चकेरी में पांच मिनट रुकने के बाद, पीएम मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी 11:15 बजे उरई के कैथेरी टोल के पास एक्सप्रेस-वे पर बनाए गए हेलीपेड पर उतरेंगे। प्रधानमंत्री टोल के पास बने मंच से बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करेंगे और सभा को भी संबोधित करेंगे। करीब एक लाख लोग लोकार्पण के गवाह बनेंगे। एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के गौड़ा से शुरू होकर इटावा के ताखा के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से मिला है। प्रधानमंत्री कार्यक्रम में पौने दो घंटे रहेंगे।

रिकॉर्ड 28 महीनों में बनकर हुआ तैयान

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे लगभग 28 महीनों के रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हुआ है। इससे प्रदेश के सात जिलों इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा और चित्रकूट की तकदीर बदलना तय है। अब इस एक्सप्रेस-वे के बनने से अब यात्रियों को चित्रकूट से दिल्ली पहुचने के लिए सिर्फ 5 से 6 घंटे का सफर तय करना होगा जो पहले लगभग 9 से 10 घंटे लगते थे।

दिखेगी बुंदेली वीरों की झलक

चित्रकूट से इटावा तक 296 किलोमीटर सफर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर आप करेंगे तो बुंदेली वीरों, धर्म आध्यात्म और ऐहतिहासिक विरासतों की झलक दिखाई पड़ेगी। एक्सप्रेस-वे के सभी फ्लाईओवर की आरई वाल और पीयर पर पेंटिंग बनाई गई है जिसमें झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, वीर आल्हा-ऊदल, महाराजा छत्रसाल, वीरांगन रानीदुर्गावती सहित अन्य बुंदेलखंड के वीर हैं। इसके साथ ही बुंदेलखंड के किलों भूरागढ़, रनगढ़, कालिंजर आदि की झलक दिखेगी। पूरा एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड की वीर गाथा और ऐहतिहासिक इमारतों की गवाह होगा।


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