मुरादाबाद न्यूज़: हांगकांग फ्लू यानि इंफ्लूएंजा का संक्रमण धड़कन को भी बेकाबू कर रहा है. संक्रमण से पीड़ित होने की आशंका वाले कई मरीजों की धड़कन असामान्य स्थिति में दर्ज की जा रही है. उनका पल्स रेट सामान्य से काफी अधिक दर्ज होने के चलते चिकित्सक उन्हें दिल की बीमारी के खतरे में महसूस करके ईसीजी करा रहे हैं.
चिकित्सकों का कहना है कि वायरल संक्रमण होने पर पल्स रेट औसत से अधिक जा सकता है, लेकिन, फ्लू आशंकित कई मरीजों में यह काफी अधिक दर्ज किया जा रहा है. फिजीशियन डॉ.नितिन बत्रा ने बताया कि पल्स रेट 60 से 100 तक सामान्य होता है, लेकिन, वायरल संक्रमण में यह 100 से अधिक हो सकता है. इनफ्लूएंजा के लक्षण वाले जिन मरीजों का पल्स रेट 140 से अधिक मिल रहा है एहतियात के तौर पर उनका ईसीजी कराया जा रहा है. पल्स रेट काफी अधिक आने पर मरीज को हार्ट प्राब्लम का खतरा बढ़ने के मद्देनजर उसके दिल की स्थिति का पता लगा लेना जरूरी है. ईसीजी असामान्य आने पर मरीज का त्वरित इलाज शुरू किया जा सकता है.
आईएमए मुरादाबाद शाखा के अध्यक्ष डॉ.जितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि इनफ्लूएंजा सरीखे वायरल संक्रमण की चपेट में आने पर पहले से ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की हालत बिगड़ने का खतरा है इसलिए लापरवाही महंगी पड़ सकती है. इनफ्लूएंजा वायरस के म्यूटेट कर लेने से इसके संक्रमण से पीड़ित मरीजों के लंबे समय तक इसके लक्षणों से जूझने की स्थिति सामने आ रही है. दवा के साथ ही चिकित्सकीय परामर्श पर पूरी तरह से अमल करना मरीजों के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा.