गोंडा। खरगूपुर थाना क्षेत्र के बाराराय गांव के रहने वाले होमगार्ड राधेश्याम यादव के बेटे की हत्या जमीन विवाद को लेकर चल रही रंजिश के कारण हुई थी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को हत्यारोपी को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस खुलासे की जानकारी मीडिया से साझा की। खरगूपुर थाना क्षेत्र के बराराय गांव के रहने वाले राधेश्याम यादव के बेटे जयराम यादव की बीते 8 जून को हत्या कर दी गयी थी। 9 जून की सुबह जयराम का शव गांव के बाहर एक खेत में पड़ा मिला था। परिजनों के मुताबिक जयराम 8 जून की रात को खेत की रखवाली के लिए गया था लेकिन रात में वापस नहीं लौटा था। दूसरे दिन उसका शव गांव के बाहर खेत में पड़ा मिला था। इस मामले में मृतक के पिता राधेश्याम ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। फारेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए थे लेकिन उस वक्त वारदात से संबंधित कोई तथ्य पुलिस के हाथ नहीं लगा था। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जयराम की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी।
पुलिस इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी की तलाश में जुटी थी। इसी दौरान पुलिस को राधेश्याम और गांव के ही रहने वाले शिवप्रसाद के बीच जमीन को लेकर विवाद की जानकारी हुई। पुलिस ने शिवप्रसाद के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए और फिर उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पूछताछ में शिवप्रसाद टूट गया और उसने जयराम की हत्या किए जाने का अपराध स्वीकार कर लिया। बृहस्पतिवार को अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया। एएसपी ने बताया कि आरोपी ने खेत में ही बेल्ट व रूमाल से जयराम की गला कसकर हत्या की थी और शव को गाँव के पास स्थित शराब भट्टी के पीछे थोड़ी दूर पर एक पेड़ के नीचे रख दिया था।
आरोपी को पाकर गिरफ्तार कर लिया गया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है। वारदात का खुलासा करने वाली पुल्स टीम में अपराध शाखा के निरीक्षक इंस्पेक्टर अतीउल्लाह व खरगूपुर थाने के उपनिरीक्षक संतोष कुमार पाण्डेय व उनकी टीम शामिल रही।