कानपुर- लोकसभा चुनाव 2014 से लेकर विधान सभा चुनाव तक उत्तर प्रदेश में कई गंठबंधन हुए, लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता विपक्ष के चुनावी गठबंधन को बराबर नकार रही है। हाल ही में विपक्ष ने एक बार नया गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (आई.एन.डी.आई.ए.) के नाम से बनाया जो उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से बेअसर साबित होगा और भाजपा व उसके सहयोगी दल सभी 80 सीटों पर जीत तय करेगी। यह बातें गुरुवार को कानपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने कही।
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जहां विपक्ष राजनीतिक पार्टियों के साथ गठबंधन कर रहा है तो वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा बूथ स्तर तक अपनी मजबूती का आंकलन करने में जुटी हुई है। इसको लेकर गुरुवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी कानपुर पहुंचे और संगठन से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई तो वहीं पदाधिकारियों को जिम्मेदारी का एहसास दिलाया। पदाधिकारियों से कहा कि हमें अति उत्साह में नहीं आना है और पिछले छह चुनावों की भांति आगामी लोकसभा चुनाव में भी रणनीति के तहत जनता के बीच अपनी पैठ बरकरार रखनी है। विपक्ष के बहकावे में आने वाले लोगों को चिन्हित करें और उनको सही जानकारी देकर पार्टी के साथ जोड़े।
पत्रकारों से रुबरु होते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने विपक्ष के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (आई.एन.डी.आई.ए.) पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा यह स्वार्थ का गठबंधन है। इस गठबंधन में जितने भी राजनीतिक दल हैं उनको जनता नकार चुकी है। इन लोगों को देश के विकास से कोई मतलब नहीं है और अपने रुके हुए विकास को लेकर चिंतित हैं। जब सवाल किया गया कि इंडिया का उत्तर प्रदेश में क्या असर पड़ेगा तो कहा कि यह गठबंधन सिर्फ फोटोसेशन तक सीमित हैं। इसके लिए लोग इकट्ठे होते हैं। इनका कोई एजेंडा नहीं है। हमारे खिलाफ 2017, 2019 और 2022 में गठबंधन में भी थे। उनके साथ जो गठबंधन में थे उनकी क्या स्थिति है। भाजपा पिछली बार अपना दल, निषाद पार्टी गठबंधन में थे। हम सभी को साथ लेकर चलना जानते हैं।
वहीं वाराणसी के ज्ञानवापी पर सर्वे को लेकर हाईकोर्ट की हरी झंडी पर कहा कि ज्ञानवापी करोड़ों लोगों की आस्था का विषय है। सर्वे का भाजपा पार्टी स्वागत और सम्मान करती है। सर्वे में एतिहासिक सच्चाई सामने आएगी। सर्वे के बाद से उस सच्चाई को देश के सामने लाया जाएगा। न्यायालय में हमारा पूरा विश्वास है। सभी को धैर्य रखना चाहिए। इस फैसले को स्वीकार करना चाहिए। सभी को शांतिपूर्वक इस फैसले को स्वीकार करना चाहिए।