इलाहाबाद न्यूज़: माफिया अतीक अहमद ने चार दशक से प्रयागराज में कोहराम मचा रखा है. जेल में बंद होने के बाद भी पुलिस उसके खूनी खेल को नहीं रोक पा रही है.
अतीक के कारनामों से उसके कद से बड़ा उसका गैंगचार्ट तैयार हो गया है. छह फीट से ज्यादा लंबा अतीक का गैंगचार्ट है. उमेश पाल हत्याकांड के बाद अब अतीक अहमद के गैंगचार्ट में उसकी पत्नी और बच्चों के अलावा उसके शूटरों का नाम शामिल किया जाना है.
पुलिस ने शिकंजा कसने के लिए अतीक के गैंग के सदस्यों की सूची बनाकर कार्रवाई की. इंटर स्टेट यानी आईएस 227 के नाम से उसका गैंग रजिस्टर्ड किया गया. धूमनगंज पुलिस के पास इस गैंगचार्ट में अतीक अहमद गैंग का सरगना है. उसका भाई अशरफ गैंग का सक्रिय सदस्य है. सूची में 138 सदस्यों का नाम है जिसमें कुछ लोगों की मौत हो चुकी है. इस गैंगचार्ट में अतीक अहमद से लेकर उसके गैंग के सदस्यों के अपराधों का काला चिट्ठा अंकित है. अतीक और उसके सदस्यों के खिलाफ 250 से अधिक मुकदमों की सूची बनी है.
इस गैंगचार्ट में अतीक अहमद के खिलाफ खुल्दाबाद थाने में दर्ज क्राइम नंबर 431 के तहत आईपीसी की धारा 302 के तहत 1979 में दर्ज पहले केस का जिक्र है. इसके बाद अतीक ने अपराधों का शतक लगाया. इसी सूची में अतीक के बाद नसीफ, मुस्तकीम, अशरफ, गुड्डू, अच्छे, रफात, शब्बीर, लवकुश, इशरत, सीता, सरफराज, नबी, अंसार, बल्ली पंडित, परवेज, अब्बास, बालम, गिरीश, नसीम, अंसार आदि नाम शामिल हैं. अब उमेश पाल की हत्या के बाद प्रकाश में आए नए शूटरों और साजिशकर्ताओं को भी इस गैंगचार्ट में शामिल किया जाएगा. पुलिस के अनुसार, राजू पाल हत्याकांड में शामिल रहे तीन आरोपियों की मौत हो चुकी है.