कानपूर न्यूज़: गोकशों की मदद करने के मामले में जाजमऊ थाने तैनात एक हेड कांस्टेबल मोहम्मद अहमद को निलंबित कर दिया गया. विभागीय जांच एसीपी कैंट को सौंपी गई है.
हेड कांस्टेबल मोहम्मद अहमद पहले क्राइम ब्रांच में तैनात था. कुछ समय पहले कानपुर देहात पुलिस ने गोकशी करने वाले गिरोह को पकड़ा था. गिरोह के सदस्यों की जब सीडीआर निकाली गई तो उसमें मोहम्मद अहमद का नम्बर मिला. इसी आधार पर एसपी कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति ने एक रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को भेजी थी. तब तक हेड कांस्टेबल जाजमऊ में थाने में तैनाती पा चुका था. एसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीसीपी हेड क्वाटर्स ने मोहम्मद अहमद को निलंबित कर दिया. आरोपित ने कहा कि कानपुर देहात पुलिस गोकशों के एक गिरोह को पकड़ने के लिए कानपुर आई थी. तब उसी ने कानपुर देहात पुलिस को एक गोकश पकड़वाया था. हालांकि एसपी कानपुर देहात की रिपोर्ट में कांस्टेबल ने गौकशों से 40 बार से ज्यादा बात की थी.
हेड कांस्टेबल और दो सिपाही लाइन हाजिर
ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने 20 दरोगा, हेड कांस्टेबल और सिपाहियों को जोन और थानों में तैनाती दी. एक हेडकांस्टेबल और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है. लाइन हाजिर होने वालों में यूपी 112 में तैनात हेड कांस्टेबल रमेश चन्द्र, बिल्हौर थाने में तैनात सिपाही दिगम्बर सिंह और डीसीपी मुख्यालय में तैनात सिपाही आरती शामिल है.