Hathras हाथरस। यूपी हाथरस जनपद से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है। यहां के एक युवक ने कथित तौर पर अपनी दो चचेरी बहनों की गला रेत कर हत्या कर दी और पूरे परिवार को खत्म करने के इरादे से अपने चाचा-चाची पर भी जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि निर्मम हत्या की यह घटना हाथरस के सदर कोतवाली क्षेत्र में आशीर्वाद धाम कॉलोनी में बुधवार और बृहस्पतिवार की दरमियानी रात हुई। अधिकारियों ने बताया कि विकास ने कथित तौर पर अपनी दो चचेरी बहनों सृष्टि (14) और विधि (छह) की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी, जिसके बाद उसने अपने चाचा छोटे लाल गौतम और चाची वीरांगना उर्फ गौरी पर भी हमला कर दिया।
उन्होंने बताया कि हमले में गौतम और गौरी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संदेह जताया जा रहा है कि संभवत: पारिवारिक विवाद में विकास ने हमला किया, हालांकि पुलिस ने कहा कि हत्या का स्पष्ट कारण पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। मूलरूप से फतेहपुर के निवासी छोटेलाल मीतई स्थित जवाहर स्मारक इंटर कॉलेज में व्याख्याता हैं और इन दिनों अपनी पत्नी तथा बेटियों के साथ आशीर्वाद धाम कॉलोनी में रह रहे थे।
पुलिस के अनुसार, पिछले एक साल से लकवाग्रस्त होने के कारण गौतम बिस्तर पर रहते हैं। हाथरस के पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गौतम का भतीजा विकास अपने एक साथी के संग 22 जनवरी की रात करीब नौ बजे उनके घर आया। उन्होंने कहा, ‘‘खाना खाने के बाद वे सभी सोने चले गए। रात करीब डेढ़ से दो बजे के बीच विकास और उसके साथी ने धारदार हथियारों से परिवार पर हमला कर दिया, जिसमें गौतम की दोनों बेटियों की मौत हो गई और दंपति गंभीर रूप से घायल हो गए।’’
गौरी के चिल्लाने पर हमलावर फरार हो गए। चीख-पुकार सुनकर अन्य किराएदार और पड़ोसी इकट्ठा हुए तथा पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि दंपति को जिला अस्पताल ले जाया गया और बाद में उन्हें दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
सिन्हा ने कहा, ‘‘गौतम और उनकी पत्नी जीवित हैं लेकिन उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। गौरी के बयान के अनुसार, उनकी बेटियों पर विकास ने हमला किया। प्रासंगिक धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।’’ कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि विकास अक्सर गौतम के परिवार से मिलने आता रहता था।