सुन लेती पुलिस तो न मरता बेटा

बिलख पड़ा पिता

Update: 2023-08-21 04:04 GMT

कानपूर: बेबस पिता अपने बेटे को बख्शने के लिए पुलिसकर्मियों के पैरों पर गिड़गिड़ाता रहा, बावजूद इसके उसकी किसी ने न सुनी. और तो और गल्लामंडी चौकी इंचार्ज ने इसे नाटक बताया तो उसका कलेजा फट गया. पुलिस वाले अगर उसकी वेदना सुन लेते तो शायद बेटा आज जिंदा होता.

सीढ़ी इटारा निवासी लाखन ने पोस्टमार्टम हाउस में अपने बेटे के साथ हुए अन्याय को बयां किया तो सभी की आंखें भर आईं. लाखन सिंह ने बताया कि बेटा दिनेश सुबह प्लॉट के अंदर निर्माण कार्य देख रहा था. दोपहर करीब एक बजे प्रीति वर्मा, पिता जगदेव, भाई राहुल, पंकज, विनोद, बहन रीना, शशी नट और आधा दर्जन अज्ञात लोग हथियारों के साथ आ धमके. बेटे को पीटते हुए प्लॉट से बाहर निकालने लगे. प्रीति की सूचना पर पुलिस दिनेश को थाने ले गई. वहां भी उसे पीटा जिससे हालत बिगड़ गई.

दिनेश के खिलाफ कराई थी रिपोर्ट जाना पड़ा था जेल

छह माह पहले किदवईनगर निवासी प्रीति वर्मा ने सोसाइटी की जमीन बता अपना दावा किया था. मामला कोर्ट में गया तो जज ने दिनेश पक्ष में फैसला सुनाया. इसके बाद प्रीति ने हनुमंत विहार थाने में एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया. दिनेश को इस मामले में एक माह तक जेल में रहना पड़ा. आरोप है कि एक माह पहले जेल से छूटकर आने के बाद दिनेश मकान बनवाने लगा तो प्रीति, पिता जगदेव, भाई राहुल-पंकज, शशी नट प्लॉट पर आकर फिर विवाद करने लगे. दस दिन पहले दोबारा थाने में जातिगत टिप्पणी करने का आरोप लगा तहरीर दे दी तो दिनेश घर छोड़ कर रिश्तेदारों के यहां चला गया था. तीन दिन पहले लौटा तो प्लॉट पर पहुंचा. वहां पहुंचते ही प्रीति उक्त लोगों के साथ फिर पहुंच गई और चौकी इंचार्ज को बुला लिया. उसके इशारे पर चौकी इंचार्ज दिनेश को थाने ले आया और प्रताड़ित किया.

चौकी प्रभारी लाइन हाजिर, तीन गिरफ्तार

दिनेश की मौत मामले में चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया. आरोपित महिला प्रीति वर्मा, उसके पिता और चचेरे भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. सचेंडी के लालूपुर गांव निवासी लाखन की तहरीर पर रिपोर्ट लिखने के बाद पुलिस ने हत्या, बलवा, गालीगलौज, जान से मारने की धमकी के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस ने आरोपित प्रीति वर्मा, पिता जगदेव और चचेरे भाई विनोद को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया. इसके बाद तीनों को जेल भेज दिया गया. एसीपी, बाबूपुरवा संतोष कुमार सिंह मामले की जांच कर रहे हैं. थाने के सीसीटीवी कैमरे को अधिकारियों ने भी देखा है.

● तबीयत खराब होेने पर चौकी इंचार्ज बोला कि नाटक कर रहा

● आरोपित महिला, उसके पिता और चचेरे भाई को जेल भेजा गया

50 लाख मुआवजे की मांग की गई

प्रांतीय व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता और नगर अध्यक्ष प्रदीप तिवारी का जूही मंक व्यापारियों ने स्वागत किया. उन्होंने हनुमंत विहार थाने में जान गंवाने वाले व्यापारी दिनेश के परिजनों को 50 लाख मुआवजा देने की मांग की. वहीं, मंडल का नगर उपाध्यक्ष काले खान को बनाया गया है. दीपक, विवेक, जय गुप्ता, वहीद मंसूरी, चंदन, चंद्रशेखर, मनीष रहे.

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