35 लाख का लिया था लोन: मकान में कब्जा करने पहुंची टीम पर महिलाओं ने किया हमला
लखनऊ के पारा के सरोसा गांव स्थित मकान में कब्जेदारी करने पहुंची राजस्व टीम और पुलिस पर महिलाओं ने हमलाकर घायल कर दिया। मारपीट में लेखपाल और तीन महिला पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। लेखपाल ने एक महिला सहित दो अज्ञात पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है जिसकी जांच पड़ताल पुलिस कर रही है।
सरोसा भरोसा लेखपाल विजय प्रताप बहादुर सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर मे बताया है कि चंद्र किरण गुप्ता उर्फ सीमा गुप्ता के मकान के आधे हिस्से में इंडियन बैंक से लोन हुआ था जिसकी अदायगी नहीं हो पाई थी। बुधवार की दोपहर कोर्ट के आदेश पर एसीएम मीनाक्षी द्विवेदी की अगुवाई में राजस्व टीम और बैंक के वकीलों के साथ कब्जेदारी के लिए गए थे तभी मकान मालिक महिला चंद्र किरण गुप्ता और दो अज्ञात महिलाओं ने कब्जेदारी का विरोध करते हुए लेखपाल से गालीगलौज कर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
लेखपाल ने चंद्र किरण गुप्ता सहित दो अज्ञात पर सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न करने और मारपीट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर श्रीकान्त राय ने बताया कि लेखपाल की तहरीर पर चंद्र किरण गुप्ता सहित दो अज्ञात महिलाओं पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
हमले में ये लोग हुए घायल
हमले में महिला उपनिरीक्षक मिथिलेश, महिला सिपाही पूजा बेदी, ललिता और वंदना घायल हो गईं। पुलिस ने तीन महिला पुलिसकर्मियों का मेडिकल कराया है।
पति ने दोस्त के लोन में मकान की रजिस्ट्री की लगाई थी गारंटी
चंद्र किरण गुप्ता के अनुसार पति रविन्द्र गुप्ता का आठ साल पहले देहांत हो चुका है। काकोरी मोड़ के शाहदरा पुलिया के पास रोड के किनारे पंद्रह सौ स्क्वायर फुट एरिया में एक मंजिला मकान है। बेटी पूजा गुप्ता के अनुसार जमीन आधी आधी माता-पिता के नाम पर रजिस्ट्री हुई थी। मकान पूरी जमीन पर बना है। रविन्द्र ने अपने दोस्त डालीगंज निवासी अरुण की साड़ी की दुकान के लिए 2012 में हुए 35 लाख के लोन में अपने हिस्से की रजिस्ट्री गारंटी के रूप में लगाई थी। रविन्द्र की 2015 में मौत हो गई जिसके बाद अरुण भी दिवालिया घोषित हो गया। इंडियन बैंक इंदिरा नगर शाखा से नीलामी में मकान का आधा हिस्सा विवेक रस्तोगी ने 24 लाख में खरीदा था जिसका विवाद कोर्ट में चल रहा है।