गोरक्षनाथ चिकित्सालय को मिली एक और ब्लड सेपरेटर मशीन, सीएम ने किया लोकार्पण
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गोरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश के मरीजों के इलाज में सेवारत गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के ब्लड बैंक में एक और ब्लड सेपरेटर मशीन उपलब्ध हो गई है। यह मशीन ऐश्प्रा फॉउंडशन द्वारा स्थापित की गई है जिसका लोकार्पण शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय की सेवाओं की चर्चा करते हुए कहा कि यह चिकित्सालय गोरक्षपीठ की तरफ से संचालित सेवाओं का एक महत्वपूर्ण प्रकल्प है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर न केवल पूर्वांचल बल्कि पड़ोसी राज्य बिहार व पड़ोसी देश नेपाल के लिए भी चिकित्सा का बड़ा केंद्र है। ब्लड सेपरेटर मशीन लग जाने से एक यूनिट ब्लड द्वारा चार रोगियों को फायदा होगा। एक यूनिट ब्लड से आरबीसी, प्लाज्मा, प्लेटलेट, एफएफपी निकाले जा सकते हैं, जो चार रोगियों के काम आ सकते हैं। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में 350 से अधिक बेड हैं। यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा चैरिटी हॉस्पिटल है। साथ ही यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला हॉस्पिटल है, जिसमें आईसीयू व डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने ब्लड सेपरेटर मशीन उपलब्ध कराने के लिए ऐश्प्रा फाउंडेशन की सराहना करते हुए कहा कि फाउंडेशन ने मानवता की सेवा के लिए बड़ा ही पुनीत कार्य किया है। यह फाउंडेशन अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में सदैव अग्रणी रहा है। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के ब्लड बैंक प्रभारी, डॉ अवधेश अग्रवाल ने कहा कि ब्लड बैंक में सेपरेटर पहले से उपलब्ध है, परंतु ब्लड बैंक पर लोड अधिक है। लगभग 25 से 30 हजार यूनिट ब्लड को प्रोसेस कर हम उसके कम्पोनेंट को अलग करते हैं। इस लोड को देखते हुए ऐश्प्रा फाउंडेशन ने यह महसूस किया कि गोरखनाथ ब्लड बैंक में एक अतिरिक्त ब्लड सेपरेटर की स्थापना आवश्यक है। इससे ब्लड बैंक की क्षमता बढ़ जाएगी। गुरु श्री गोरक्षनाथ हॉस्पिटल में अतिरिक्त ब्लड सेपरेटर लगने से डेंगू, बर्न, अनीमिया, थैलेसीमिया आदि के मरीजों को अलग-अलग ब्लड कम्पोनेंट्स पाने के लिए प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। इस अवसर पर ऐश्प्रा फाउंडेशन के अतुल सराफ ने कहा कि सामाजिक दायित्वों के निर्वहन की प्रेरणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलती है। कार्यक्रम में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति एवं गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी, ऐश्प्रा फाउंडेशन के सौमित्र सराफ, जगदीश आनंद, महेश जैन, अभिषेक अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।