Gorakhpur: पुलिस ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज गेट से तीन प्राइवेट वाहन और एंबुलेंस को को सीज किया
बीआरडी में आए एंबुलेंस माफिया, 3 गाड़ियां सीज
गोरखपुर: बीआरडी मेडिकल कॉलेज से मरीजों को बरगला कर प्राइवेट नर्सिंग होम में ले जाने का मामला एक बार फिर सामने आया है. पुलिस ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज गेट से तीन प्राइवेट वाहन और एंबुलेंस को पकड़कर सीज किया है. एक चालक से पूछताछ में पुलिस को कई बिना पंजीकरण वाले अस्पतालों के अलावा अन्य अस्पतालों के नाम पता चले हैं, जहां पर मरीजों को बरगला कर ले जाया जाता है. पुलिस ने पूछताछ के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है. खबर है कि जल्द ही पुलिस इस मामले में बड़ी कार्रवाई कर सकती है.
दरअसल, डेढ़ वर्ष पहले एक मरीज की नर्सिंग होम में मौत के बाद गुलरिहा पुलिस ने पहला केस दर्ज किया था. जांच में पता चला कि जिस सत्यम नर्सिंग होम में गर्भवती की मौत हुई, उसका न तो पंजीकरण है और न ही वहां डॉक्टर इलाज करते हैं. दसवीं फेल डॉक्टर बना हुआ था. इसके बाद ही एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर पुलिस ने जांच शुरू की तो इस तरह के कई मरीज माफिया सामने आए . पुलिस ने मामले में कई को जेल भिजवाने के साथ ही गैंगस्टर की कार्रवाई की थी. इसी बीच पुलिस ने एंबुलेंस माफिया भी पकड़ा, जो मेडिकल कॉलेज से मरीजों को बरगला कर नर्सिंग होम ले जाते थे.
इस कार्रवाई के बाद मामला शांत हो गया था. लेकिन, एक बार फिर एंबुलेंस माफिया के सक्रिय होने की जानकारी पर पुलिस ने जांच की तो बीआरडी मेडिकल कॉलेज गेट से तीन ऐसे वाहन पकड़े गए, जो मरीजों को बरगलाकर प्राइवेट नर्सिंग होम में ले जाने के लिए आए थे. इसमें से एक चालक ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं, जिस पर पुलिस कार्रवाई की तैयारी में है.
एंबुलेंस माफिया पर हुई थी गैंगस्टर की कार्रवाई एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर के आदेश पर पुलिस ने तत्कालीन एएसपी मानुष पारिक की देखरेख में जांच की थी. फिर पूरा मामला खुलने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस ने चिलुआताल के फत्तेपुर डीहवा निवासी रिजवान, रियासुद्दीन, मोहम्मद अक्सीम, आसिफ अली उर्फ गोलू, चिलुआताल, मिर्जापुर निवासी औरंगजेब पर गैंगस्टर लगाया था. सख्त कार्रवाई के बाद इस तरह के मामलों पर लगाम लगी थी, लेकिन अब एक बार फिर मरीज और एंबुलेंस माफिया की दखल नजर आने लगी है.