Gorakhpur: कूड़े को बदलकर माइक्रो प्लास्टिक में तब्दील किया जाएगा
इसके लिए प्लांट में ट्रामल मशीन लगाई गई है
गोरखपुर: वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट में आने वाले कूड़े को माइक्रो प्लास्टिक में तब्दील किया जाएगा. प्लांट में तैयार माइक्रो प्लास्टिक को सड़क और खिलौने बनाने वाली कंपनी को बेचा जाएगा. इसके लिए प्लांट में ट्रामल मशीन लगाई गई है.
अधिकारियों के अनुसार, कूड़े से तैयार माइक्रो प्लास्टिक सस्ती होने से खिलौने और सड़क बनाने वाली कंपनी को लाभ पहुंचेगा. ट्रामल मशीन से माइक्रो प्लास्टिक को इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि वह आसानी से सड़कों और खिलौने बनाने में प्रयोग हो सके. कई कंपनियों ने कूड़े से तैयार माइक्रो प्लास्टिक खरीदने की इच्छा जाहिर की है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही जिले में माइक्रो प्लास्टिक का इस्तेमाल कर सड़क बनाने का कार्य शुरू होगा, जो कि अपने आप में एक अनूठे प्रयोग के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, सड़क और खिलौने बनाने में अन्य सामग्री का भी प्रयोग किया जाएगा.
माइक्रो प्लास्टिक की बिक्री से होने वाली आमदनी से प्लांट का संचालन किया जाएगा, इससे कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा. जिला पंचायत राज अधिकारी का कहना है कि डंपिंग ग्राउंड में लगातार कचरा एकत्र होने के कारण कुछ महीनों में वहा कूड़े का पहाड़ बन जाता है, जिससे आसपास के लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है. इससे निजात दिलाने के लिए कूड़े का प्रयोग सड़कों सहित अन्य कार्यों में करने का प्रचलन लगातार बढ़ता जा रहा है. इससे पर्यावरण को फायदा पहुंचने के साथ सड़क निर्माण की कीमत में भी कमी आती है.
प्लांट पीपीपी मॉडल पर चलेगा
सेग्रीगेशन प्लांट को पीपीपी मॉडल पर चलाया जाएगा. जिला पंचायत राज विभाग ने 16 लाख रुपये से प्लांट का निर्माण किया हैै. इससे जिला पंचायत राज विभाग को प्लांट संचालन के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा, बल्कि आमदनी होगी. प्लांट में कर्मचारियों को माइक्रो प्लास्टिक से होने वाली आमदनी से ही वेतन दिया जाएगा. प्लांट में कई शिफ्ट में कर्मचारी कार्य करेंगे.
कूड़े का निस्तारण होगा
ओडीएफ प्लस योजना के तहत ग्राम पंचायतों में आरआरसी केंद्र बने हैं. हर घर से कूड़ा उठाकर यहां लाया जाता है. केंद्र से कचरा प्लांट पहुंचाया जाएगा. जहां माइक्रो प्लास्टिक में तब्दील कर दिया जाएगा. दरअसल ओडीएफ प्लस योजना के तहत ग्राम पंचायतों में बने आरआरसी केंद्रों के कूड़े के निस्तारण के लिए सेग्रीगेशन प्लांट का निर्माण किया गया है.