Gorakhpur Development Authority विस्तारित क्षेत्रों का मास्टर प्लान लाएगा
‘गोरखपुर महायोजना 2031 पुनरीक्षित’ में विस्तारित क्षेत्र के लिए भू-उपयोग निर्धारित नहीं
गोरखपुर: गोरखपुर जनपद में लागू हो चुकी ‘गोरखपुर महायोजना 2031 पुनरीक्षित’ में विस्तारित क्षेत्र के लिए भू-उपयोग निर्धारित नहीं है. क्योंकि दिसंबर 2020 में प्राधिकरण में शामिल 233 राजस्व ग्राम और 03 नगर पंचायतें पीपीगंज, मुण्डेरा बाजार और पिपराइच का मास्टर प्लान ही नहीं बन सका था. अब माह के प्रथम सप्ताह में होने वाली गोरखपुर विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में प्राधिकरण नए विस्तारित क्षेत्र का मास्टर प्लान बनाने के लिए प्रस्ताव लाएगा.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण में शामिल क्षेत्रों का मास्टर प्लान साल 2017 में ही बना लिया गया था. गोरखपुर महायोजना 2031 पुनरीक्षित में इन्हें भाग ‘क’ के रूप में शामिल कर उनका भू उपयोग भी निर्धारित किया गया. लेकिन दिसंबर 2020 में शामिल नगर पंचायतों एवं 233 राजस्व ग्राम को महायोजना में भाग ‘ख’ के रूप में शामिल किया गया है. इन क्षेत्रों का मास्टर प्लान नहीं होने से भू-उपयोग निर्धारित नहीं है. भू-उपयोग निर्धारण के अभाव में नक्शे भी पास नहीं हो रहे हैं. लोगों की समस्याओं का ध्यान रखते हुए प्राधिकरण, बोर्ड बैठक में विस्तारित क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान बनाने के लिए प्रस्ताव आएगा.
प्रस्ताव पर बोर्ड की स्वीकृति के बाद ई-टेंडर के जरिए कंसल्टेंट फर्म हॉयर होगी. जो मास्टर प्लान बनाएगी. नए बने मास्टर प्लान को बोर्ड बैठक की स्वीकृति बाद शासकीय समिति को भेजा जाएगा.
शासकीय समिति उसका अनुमोदन कर जनता से आपत्तियां एवं सुझाव मांगने के लिए निर्देश देंगी. जनता की आपत्तियों एवं सुझाव पर आवश्यक संशोधन कर प्राधिकरण पुन मास्टर प्लान शासकीय समिति को भेजेगा. उसके बाद नए विस्तारित क्षेत्रों का मास्टर प्लान गोरखपुर महायोजना-2031 (पुनरीक्षित) का हिस्सा बनेगा. इसके बाद विस्तारित क्षेत्र के भू-उपयोग निर्धारण के साथ नक्शे भी स्वीकृत किए जाएंगे.
गोरखपुर महायोजना-2031 में मास्टर प्लान 2017 के बाद शामिल क्षेत्रों के लिए नया मास्टर प्लान बनाने को बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा. बोर्ड की अनुमति से कंसल्टेंट फर्म चयनित कर मास्टर प्लान बनेगा.
- आनंद वर्द्धन, उपाध्यक्ष, जीडीए