Gorakhpur: भाजपा विधायकों की पुलिस व प्रशासन से ठन गई

दो बार मिल चुकी हत्या की धमकी फिर भी पुलिस ने हटा दी सुरक्षा

Update: 2024-08-05 08:53 GMT

गोरखपुर: जिले के भाजपा विधायकों की पुलिस व प्रशासन से ठन गई है. कैंपियरगंज के विधायक व पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बाद चौरीचौरा से विधायक सरवन निषाद ने भी पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे दो बार हत्या की धमकी मिल चुकी है. इसके बावजूद पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर सुरक्षा हटा दी है. इससे मेरी जान को खतरा बढ़ गया है.

विधायक ई. सरवन निषाद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि एक वर्ष पहले जेल से मुझे जान से मारने की धमकी मिलने पर मुझे सुरक्षा प्रदान की गई थी. बाद में जिला प्रशासन ने मनमानी तरीके से सुरक्षा हटा ली है. उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में निषाद समाज के तमाम नेताओं की निर्मम तरीके से हत्या हुई. हाल ही में बिहार में निषाद समाज के नेता मुकेश साहनी के पिता की निर्मम हत्या हुई है. इसके बावजूद भी शासन प्रशासन मेरी सुरक्षा हटाकर मनमानी रवैया अपना रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षा हटाकर जिला प्रशासन मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है. विधायक ने कहा कि जल्द मुख्यमंत्री से मिलकर पूरे मामले को अवगत कराऊंगा. दोषी पर कार्रवाई की मांग करूंगा.

डॉ. संजय निषाद ने भी जताई थी नाराजगी उन्होंने कहा कि राजनीति में हम अपने समाज के हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ते हैं. इससे विरोधियों की आंखों में खटकते हैं. उधर डॉ. संजय निषाद ने भी चंद रोज पूर्व अपने बड़े पुत्र पूर्व सांसद प्रवीण निषाद और छोटे पुत्र भाजपा से चौरीचौरा के विधायक सरवन निषाद की सुरक्षा हटाए जाने पर नाराजगी जताई थी.

दीपक को फंसा रही है पुलिस विधायक ने भाजपा के पिछड़ा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दीपक कुमार जायसवाल के साथ पुलिस द्वारा किए गए व्यवहार की निंदा की. उन्होंने कहा कि पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता के साथ चौरीचौरा पुलिस का व्यवहार घोर निंदनीय है. राजनीति में मुकदमे दर्ज होते हैं. इसका यह मतलब नहीं है कि वह अपराधी है. पुलिस ने जो दुर्व्यवहार किया वह सरासर गलत है. कार्यालय में घुसकर सम्मानित व्यक्ति को अपराधी करना यह कहीं से भी सही नहीं है. इससे समाज में गलत संदेश जाता है. कार्यकर्ताओं में निराशा होती है.

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