Gorakhpur: निजी अस्पताल में एक अनोखी सर्जरी हुई
नेपाल के युवक के घुटने से निकली 100 से ज्यादा पथरी
गोरखपुर: शहर के निजी अस्पताल में एक अनोखी सर्जरी हुई. नेपाल के रहने वाले युवक के घुटने से 100 से भी ज्यादा पथरी निकाली गई. पूर्वी यूपी में पहली बार घुटने के पथरी की सर्जरी हुई है.
यह बेहद दुर्लभ बीमारी है. पथरी के एक लाख मामलों में एक व्यक्ति को घुटने की पथरी होती है. यह सर्जरी किया है हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ भारतेंद्र जैन ने. उन्होंने बताया कि नेपाल के रहने वाले दयानंद घुटने में सूजन और दर्द से जूझ रहे थे. उन्हें यह समस्या पिछले तीन महीने से थी. वह काठमांडू स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी समेत कई जगह इलाज करवा चुके थे. यहां पहुंचने पर जांच की गई तो उन्होंने घुटने में 100 से अधिक पथरियां मिलीं. इसे सायनोवियल कार्डोमाइटोसिस कहते हैं. को युवक का ऑपरेशन जेलरोड स्थित निजी अस्पताल में हुआ. डॉ. भारतेन्द्र ने बताया कि घुटने के जोड़ के उपर झिल्ली होती है. इसे सेनोवियम कहते हैं. सेनोवियम से फ्लूड निकलता है. यह जोड़ों का लुब्रिकेंट होता है.
रेयर मामलों में झिल्ली में फ्लूड पथरी में तब्दील हो जाता है. यह एक लाख में एक मरीज को होता है. आमतौर पर यह पुरुषों में अधिक होती है. खास बात यह है कि इसमें दोबारा होने का रिस्क रहता है.
घर में सो रहे थे लोग, चोर उठा ले गए गहने-नकदी
शाहपुर के राहुलनगर मोहल्ले में की रात मकान में घुसे चोर 70 हजार रुपये नकदी और करीब ढाई लाख रुपये के गहने उठा ले गए. मकान मालिक अजय मिश्रा ने पुलिस को सूचना दे दी है. जानकारी के अनुसार, की रात परिवार के लोग सो गए. मौका देखकर चोर घर में घुस गए और सामान लेकर भाग निकले. सीसीटीवी कैमरे में चोरों की करतूत कैद हो गई है.
बिना बिल बाउचर के नहीं करें खरीद
कमिश्नर ग्रेड-1 राज्य ज्योत्सना पांडेय ने व्यापारियों से बिल बाउचर से बिक्री करने की अपील की है. उन्होंने निर्देश दिया है कि किराना, मिठाई, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इलेक्ट्रिकल्स गुड्स तथा सर्राफा की खरीद और बिक्री बिना बिल बाउचर के हुई तो कड़ी कार्रवाई होगी.
स्थानीय निकाय महासंघ का आंदोलन स्थगित
उप्र स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ की लम्बित मांगों के समर्थन में से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन कार्यबन्दी स्थगित हो गई है. महासंघ ने यह निर्णय प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिताज के साथ को बुलाई गई बैठक में लम्बित मांगों पर समयबद्ध कार्यवाही किए जाने के लिखित आश्वासन पर लिया गया.