Gorakhpur: पुलिस के रडार पर एक डॉक्टर और एक मरीज माफिया आया

मरीज लेकर जाने वाला मरीज माफिया रडार पर

Update: 2024-08-31 09:21 GMT

गोरखपुर: सरकारी अस्पताल से बेहतर इलाज का झांसा देकर अप्रिशिक्षित डॉक्टर के अस्पताल में ले जाने के मामले की जांच पुलिस ने तेज कर दी है. पुलिस के रडार पर एक डॉक्टर और एक मरीज माफिया आ गया है.

डॉक्टर की डिग्री की जांच के लिए गुलरिहा पुलिस ने सीएमओ से पत्राचार किया है तो वहीं आरोपी की तलाश में पुलिस की तीन टीमें लगी है. खबर है कि आरोपी को इसकी भनक लग गई है और वह घर छोड़कर फरार है. पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

जानकारी के मुताबिक, पुलिस मरीज माफिया पर लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी बीच मेडिकल कॉलेज के सामने एक फर्जी अस्पताल की जानकारी हुई थी. एसडीएम, स्वास्थ्य अधिकारी व पुलिस ने जांच की और मामला सामने आ गया था. अब इसी मामले में दर्ज केस में पुलिस को अहम जानकारियां मिली है. पता चला है कि अस्पताल में इलाज करने वाले एक डॉक्टर की डिग्री फर्जी है. इसके सत्यापन के लिए सीएमओ को पत्र भेजा गया है.

अब इसकी जांच के साथ ही एक ऐसे युवक का पता चला है, जो सरकारी अस्पताल से मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाने का काम करता था. उसका ही नेटवर्क सरकारी अस्पताल में है. पुलिस उसी की तलाश में जुटी है. एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. गिरोह में शामिल आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

मतदाता सूची जारी करने के निर्देश: रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय रेलों तथा उत्पादन इकाइयों को आगामी यूनियन मान्यता के चुनाव को लेकर सभी कर्मचारियों का आइडेंटिटी कार्ड एवं मतदाता सूची बनाने के निर्देश दिए हैं. बोर्ड ने अपने पत्र में कहा है कि को लेकर दिए गए निर्देशों के अनुसार मतदाता सूची तैयार की जाए. पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने प्रशासन से अपील की है कि मतदाता सूची तैयार करते समय सावधानी पूर्वक सभी कर्मचारियों को शामिल किया जाए एवं उनका आइडेंटिटी कार्ड समय रहते बनवा लिया जाए. इस दौरान सतीश चंद्र अवस्थी, केएम मिश्रा, संजीव धर, दीपक चौधरी, कुलदीप मणि त्रिपाठी, ईश्वर चंद्र विद्यासागर आदि मौजूद रहे.

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