Gorakhpur: कल्याण पत्रिका की वार्षिक सदस्यता के नाम पर ठगी का मामला सामने आया

गीता प्रेस के ट्रस्टी ने मध्य प्रदेश के डीजीपी और स्थानीय साइबर सेल को इस फ्राड के बारे में सूचित किया

Update: 2024-12-18 06:34 GMT

गोरखपुर: मध्य प्रदेश में गीता प्रेस की कल्याण पत्रिका की वार्षिक सदस्यता के नाम पर ठगी का एक नया मामला सामने आया है. गोरखपुर स्थित गीता प्रेस, जिसे धार्मिक पुस्तकों का तीर्थ माना जाता है, के नाम पर पहले भी ठगी के मामले हो चुके हैं. ताजा घटना में एक व्यक्ति ने गीता प्रेस प्रशासन को इस ठगी की शिकायत दी. शिकायत के बाद, गीता प्रेस के ट्रस्टी ने मध्य प्रदेश के डीजीपी और स्थानीय साइबर सेल को इस फ्राड के बारे में सूचित किया.

गीताप्रेस के लाखों ग्राहक देश-विदेश में हैं और इसके नाम पर अफवाहें भी पहले उड़ चुकी हैं, जैसे कि गीता प्रेस कंगाल हो रहा है और चंदा उगाही की जा रही है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे जो रसीद मिली, उस पर गोरखपुर का पता था, लेकिन पिन कोड मध्य प्रदेश का था. इसके अलावा, एक वीडियो क्लिप भी भेजी गई है, जिसमें ठग सीसीटीवी में रसीद काटते हुए दिखाई दे रहे हैं. गीता प्रेस के ट्रस्टी देवी दयाल अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि कल्याण पत्रिका की वार्षिक सदस्यता केवल 300 रुपये है और इसके लिए गीता प्रेस के स्टॉल या आधिकारिक वेबसाइट के अलावा कोई एजेंट नियुक्त नहीं किए गए हैं. इस ठगी के मामले को गंभीरता से लेते हुए, गीता प्रेस ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई और डीजीपी से संपर्क किया है.

40 बीज विक्रेताओं के यहां छापे, 27 नमूने लिए गए

मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना के निर्देश पर रबी अभियान में किसानों को निर्धारित मूल्य पर गुणवत्तायुक्त बीज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 40 बीज विक्रेताओं के यहां औचक छापेमारी की गई.

छापेमारी में 27 नमूने लिए गए. एक प्रतिष्ठान को बीज से संबंधित इनवॉइस, बिल और अन्य अभिलेख न दिखाए जाने पर कारण बताओ नोटिस दिया गया.

जिला कृषि अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह की टीम ने सदर एवं कैम्पियरगंज तहसील से 10 बीज नमूना, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी शत्रुधन सिंह ने सहजनावा एंव खजनी तहसील से 09 बीज नमूने, गिरजेश यादव ने बांसगांव एंव गोला तहसील क्षेत्र से 08 नमूने लिए. संयुक्त टीमों द्वारा जनपद में कुल 40 बीज प्रतिष्ठानो का निरीक्षण किया.

कुल 27 बीज नमूना ग्रहित कर 01 बीज प्रतिष्ठान मेंसर्स पूर्वाचल कृषि विकास केन्द्र मोहरीपुर गोरखपुर को बीज से सम्बन्धित अभिलेख न दिखाये जाने पर कारण बताओ नोटिस दिया गया है. एकत्र नमूने परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजे जाएंगे.

Tags:    

Similar News

-->