गोरखपुर: तिवारीपुर फीडर से जुड़े इलाहीबाग मोहल्ले में लगभग 100 से 150 घरों में रात बिजली नहीं मिली. जब उपभोक्ताओं ने तिवारीपुर फीडर के जेई से बात करने की कोशिश किए तो वह नाराज होकर अपशब्दों का प्रयोग करने लगे. वहीं, लालडिग्गी उपकेंद्र से जुड़े इलाके में शाम करीब छह बजे बिजली गुल हो गई. सूरजकुंड, दुर्गाबाड़ी और बक्शीपुर में भी यही हाल रहा.
250 घरों की बिजली गुल: बक्शीपुर उपकेंद्र से जुड़े हड़हवा फाटक मेन रोड आंबेडकर पार्क के निकट 400 केवी का ट्रांसफार्मर की शाम छह बजे तेज आवाज के साथ ब्लास्ट कर गया. ब्लास्ट होने से इस इलाके के 250 घरों की बिजली चार घंटे से अधिक समय तक गुल है. पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने बक्शीपुर के अधिशासी अभियंता अतुल रघुवंशी को इसकी जानकारी दी. देर रात उम्मीद है कि ट्रांसफार्मर बदल दिया जाए.
प्रचंड गर्मी के तेवर ने एक बार फिर बिजली निगम की पोल खोल दी है. बेतहाशा कटौती उपभोक्ता को दिन और रात दोनों का चैन छीन रहा है. जबकि, बिजली निगम ने पिछले तीन से चार सालों के बीच करीब 700 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर तार, जंफरर, एबीसी केबल और ट्रांसफॉर्मर बदल चुका है. इसके बाद भी व्यवस्था सुधरने की बजाए दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है.
स्थिति ऐसी है कि हर दिन मुख्य अभियंता के पास 30 से 35 फोन बिजली और फाल्ट के आ रहे हैं. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिजली कटौती की स्थिति क्या होगी. आंकड़ों की बात करें तो हर माह 500 से अधिक फाल्ट हो रहे हैं. इसके बाद भी बिजली निगम का दावा है कि वह शहरी क्षेत्र में 23 घंटे से अधिक की आपूर्ति कर रहा है. इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेज रहा है. जबकि, हकीकत इससे इतर है. हर दिन शहरी क्षेत्र में तीन से चार घंटे की कटौती हो रही है. आजिज उपभोक्ता उपकेंद्र से लेकर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. इस कटौती से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है.
चोर फाल्ट ने गुल कर दी पांच घंटे बिजली बिजली निगम के सामने केवल एबीसी केबल जलना, जंफर जलना ही मुसीबत नहीं है. चोर फाल्ट सबसे अधिक निगम को परेशान कर रहा है. राप्ती नगर इलाके में तीन बजे चोर फाल्ट के कारण पांच घंटे से अधिक बिजली गुल रही है. इस फाल्ट को ढूंढ़ने में निगम को पांच घंटे समय लग गए लेकिन, ढूंढ नहीं पाए. किसी तरह सवा सात बजे आसपास फाल्ट मिला तब जाकर सप्लाई बहाल हो सकी. करीब पांच हजार की आबादी गर्मी में परेशान रही.