गोंडा : पुलिस ने आरोपित पर कार्रवाई करने की बजाय दुष्कर्म पीड़िता को उठाया दबाव बनाकर
दुष्कर्म पीड़िता को उठाया दबाव बनाकर
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गोंडा। धर्म छिपाकर युवती के साथ दो साल तक दुष्कर्म करने वाले आरोपी दरोगा की खबर अमृत विचार में छपने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय पुलिस आरोपी दरोगा के बचाव में जुट गयी है। दरोगा की मदद के लिए पुलिस ने रविवार की रात जमकर तांडव किया। पुलिस ने आधी रात पीड़िता के घर पर छापेमारी की और उसे जबरन उठाकर थाने ले गई।
पुलिसकर्मियों ने पीड़िता पर दरोगा के खिलाफ की गई शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाया। दबाव बनाने के लिए पुलिस पीड़िता को चार घंटे तक एक थाने से दूसरे थाने पर घुमाती रही। सुबह चार बजे महिला को छोड़ा गया। इस दौरान पीड़िता चार घंटे तक दहशत में रही। सोमवार की सुबह पीड़िता इसकी शिकायत लेकर एस ऑफिस पहुंची और अपर पुलिस अधीक्षक को पुलिसकर्मियों की करतूत बताई। एएसपी ने पीड़िता को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
नगर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने जिले में तैनात एक दरोगा पर अपना धर्म छिपाकर उसे प्रेमजाल में फंसाने और शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। चार दिन पहले उसने इसकी शिकायत नगर कोतवाली पुलिस से की थी। लेकिन पुलिस कार्रवाई करने के बजाय विभागीय दरोगा की करतूत पर पर्दा डालने में जुट गई। पीड़िता का कहना है कि शिकायत करने के बाद पुलिस ने कई बार मामले में सुलह समझौते के दबाव बनाया और उसे धमकी दी गयी लेकिन वह अपनी शिकायत पर अड़ी रही।
पीड़िता का कहना है कि सुलह का दबाव बनाने के लिए रविवार को आधी रात दर्जनों की संख्या में महिला पुलिसकर्मी उसके घर पर छापेमारी करने पहुंच गई और उसे जबरन वाहन में बिठाकर मिश्रौलिया पुलिस चौकी ले गईं। करीब एक घंटे तक पुलिस चौकी में रखने के बाद उसे महिला थाने ले जाया गया जहां उस पर दबाव बनाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाए गए। जब वह इन हथकड़ों के आगे नहीं झुकी तो सुबह चार बजे उसे उसके घर छोड़ दिया गया। सोमवार की सुबह पीड़िता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और अपर पुलिस अधीक्षक से मिलकर पुलिसकर्नियों की करतूत सुनाई। उपर पुसिस अधीक्षक ने पीड़िता को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
यह है पूरा मामला
लव जेहाद का यह सनसनीखेज मामला नगर कोतवाली क्षेत्र का है। कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता के मुताबिक नगर कोतवाली में तैनात एक दरोगा से उसकी दो साल पहले मुलाकात हुई थी। इस दौरान दारोगा ने अपना धर्म छिपाकर उससे दोस्ती की और फिर शादी का झांसा देकर युवती से संबंध बना लिए। पीड़िता का कहना है दो वर्ष तक दारोगा उसे शादी करने का झांसा देता रहा और उसके साथ दुष्कर्म करता रहा।
इस अवधि में पीड़िता कई बार गर्भवती भी हुई लेकिन आरोपी ने शादी से पहले बच्चा न होने का हवाला देकर उसका गर्भपात कराता रहा। युवती का आरोप है कि जब उसने दारोगा पर शादी करने का दबाव बनाया तो 27 जून की रात करीब 10 बजे आरोपी उसके घर आया और आइसक्रीम में मिलाकर जहरीला पदार्थ खिलाकर उसकी हत्या करने की कोशिश की। हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया तब जाकर उसकी जान बची।
पीड़िता ने महिला सुरक्षा पर उठाए सवाल
सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंची पीड़िता ने कहा कि पुलिस दरोगा को बचाने का प्रयास कर रही है। जब पुलिस ही पीड़ितों के साथ न्याय नहीं करेगी तो महिलाओं की सुरक्षा कैसे संभव है। पीड़िता का कहना है कि आरोपी दरोगा ने धर्म छिपाकर अपना नाम रिंकू शुक्ला बताया और शादी का झांसा देकर दो साल तक उसके साथ रिलेशनशिप में रहा। अब वह शादी से इंकार कर रहा है। ऐसे में या तो आरोपी दरोगा से उसकी शादी कराई जाए या फिर उसे विभाग से बर्खास्त किया जाए ताकि वह फिर किसी दूसरी लड़की के साथ इस तरह की घटना न कर सके।
सीओ के साथ हुई बातचीत में महिला ने आत्महत्या जैसा कदम उठाए जाने की बात कही थी। इस पर पुलिस उसके घर उसे समझाने गयी थी। पीड़िता ने खुद पुलिस के साथ चलने की इच्छा जताई थी और चौकी पर दरोगा को बुलाकर उससे बातचीत करना चाहती थी। वह अपनी मर्जी से पुलिस के साथ गई थी। पीड़िता के घर पर किसी तरह की छापेमारी नहीं की गई है…पूनम यादव, थानाध्यक्ष महिला थाना।
पीड़िता की शिकायत पर मामले की जांच महिला थाने को सौंपी गई है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आयेंगे उसके मुताबिक कार्रवाई की जायेगी। पीड़िता के घर पर छापेमारी जैसी किसी घटना की जानकारी नहीं है…शिवराज,अपर पुलिस अधीक्षक।