वैश्विक तनाव और जंग का व्यापक असर विदेश व्यापार पर पड़ा
वैश्विक तनाव और जंग ने यूपी को दी 1.12 अरब डॉलर की चोट
लखनऊ: वैश्विक तनाव और जंग का व्यापक असर विदेश व्यापार पर पड़ रहा है. इसकी वजह से यूपी को 1.12 अरब डॉलर की चोट लगी है. भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी वार्षिक आंकड़े भी इसकी तस्दीक कर रहे हैं. वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश से 20.57 अरब डॉलर विदेशी कारोबार हुआ, जबकि वर्ष 2022-23 में यही कारोबार 21.69 अरब डॉलर का प्रदेश से हुआ था. विशेषज्ञ सीधे तौर पर विश्व में अशांति और कई देशों के बीच जंग या फिर इसके जैसे हालातों को गिरावट का कारण मान रहे हैं.
सबसे ज्यादा गिरावट इलेक्ट्रानिक व इंजीनियरिंग उत्पादों की कमी में आई है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4.46 अरब डॉलर के इलेक्ट्रानिक उत्पाद विदेशों में भेजे गए, जबकि वर्ष 2022-23 में इन उत्पादों का कारोबार 4.90 अरब डॉलर रहा. दूसरे पायदान पर रहे इंजीनियरिंग उत्पादों की भी डिमांड विदेशों में कम रही. बीते साल यूपी से कारोबार 4.12 अरब डॉलर का रहा, जबकि इसके साल पहले 4.65 अरब डॉलर के इंजीनियरिंग उत्पाद प्रदेश से दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजे गए. वहीं डेयरी, गेम्स एंड ज्वेलरी का निर्यात पिछले साल की तुलना में बढ़ा.
रूस-यूक्रेन की जंग संग कई देशों में उथल-पुथल मुख्य वजह विदेश व्यापार के जुड़े विशेषज्ञों ने उत्तर प्रदेश के व्यापार में आई कमी का कारण रूस-यूक्रेन की जंग संग इजराइल-ईरान तनाव व कनाडा, मालदीप समेत कई देशों से बीच-बीच में तनावपूर्ण रिश्ते को माना.
वहीं, कानपुर में सालों पुराना सैडलरी का कारोबार भी वैश्विक तनाव का शिकार हुआ है. तीसरे साल भी सैडलरी की डिमांड कम होने से कारोबार घटा है. 2023-24 में इसका कारोबार सौ करोड़ कम होने का अनुमान है. 2022-23 1400 करोड़ का व्यापार हुआ था.