फूलबाग कालोनी में पार्षद के कार्यालय में जीआईएस सर्वे टीम को बंधक बनाया गया
मेरठ न्यूज़: फूलबाग कालोनी वार्ड-60 में सर्वे करने गई जीआईएस की टीम को पार्षद के कार्यालय में बंधक बना लिया गया। सिटी कोआॅर्डिनेटर मौके पर पहुंचे, तो उन्हें भी टीम के साथ बैठा लिया गया। जिन्होंने किसी प्रकार पार्षद और वार्ड के लोगों को समझा-बुझाकर स्थिति को शांत किया। एक ओर पार्षद ने नगर आयुक्त के आदेश और वार्ड पार्षद की जानकारी में ही सर्वे का काम करने की चेतावनी दी, वहीं सिटी कोआॅर्डिनेटर ने पूरे मामले में रिपोर्ट अपर नगर आयुक्त को भेजी है। फूलबाग कालोनी के पार्षद ठाकुर नीरज सिंह का कहना है कि जियोमैपिंग के नाम पर सर्वे करने वाली टीम लोगों से अवैध वसूली कर रही है। उन्हें डरा-धमकाकर रुपये ऐंठे जा रहे हैं। जो लोग टीम की अवैध वसूली का विरोध करते हैं, उनके घरों पर कई गुना अधिक टैक्स लगा देने की धमकी दी जाती है। एक दिन पहले ही इस आशय की शिकायत रजनीश गुप्ता की ओर से मिलने पर उन्होंने लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी।
शनिवार को ऐसी ही शिकायत मिलने पर पार्षद ने टीम में शामिल सभी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं देने के बहाने अपने कार्यालय बुला लिया। जहां पहुंचे वार्डवासियों ने उन्हें बंधक बना लिया। पार्षद के अनुसार टीम में शामिल एक सदस्य अपना नाम अभय तक सही नहीं बता रहा था। इस बीच सूचना पाकर सिटी कोआॅर्डिनेटर ब्रजपाल सिंह मौके पर पहुंचे, तो उन्हें भी बैठा लिया गया। उनसे रजनीश गुप्ता के 1500 रुपये वापस दिलाने, अभय को बर्खास्त करने, होली पर्व के दौरान सर्वे रोक देने, नगर आयुक्त के आदेश पर ही सर्वे कार्य करने की मांग रखी। ब्रजपाल सिंह ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत करते हुए स्थिति को संभाला। वहीं पार्षद का कहना है कि अभय से अवैध वसूली के 1500 रुपये रजनीश गुप्ता के एकाउंट में आॅनलाइन भिजवाए गए हैं। वहीं, दूसरी ओर सिटी कोआॅर्डिनेटर ब्रजपाल सिंह का कहना है कि फूलबाग कालोनी में शुरू से ही जीआईएस सर्वे का विरोध किया जाता रहा है।
उनका कहना है कि इसी विरोध के चलते टीम पर अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं। शनिवार को सर्वे कर रही जीआईएस की टीम को पार्षद के कार्यालय में बंधक बना लिया। आरोप है कि अभय से मारपीट करते हुए जबरन अवैध वसूली की बात स्वीकार करने का दबाव डाला गया। उन्होंने इस संबंध में मुख्य कर अधिकारी से मिलकर पूरी स्थिति से अवगत करा दिया है। साथ ही अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय को रिपोर्ट प्रेषित की है।