अब विवि में वृद्ध और विकलांग भी उठा सकेंगे ई-रिक्शा का लाभ

Update: 2023-01-05 09:41 GMT

मेरठ: महिलाओं और लड़कियों को विश्वविद्यालय में यदि कोई काम है और उनके पास कोई वाहन नहीं है तो उनको पैदल जाने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि अब उनको विश्वविद्यालय के जिस भी विभाग में जाना है तो विश्वविद्यालय ई-रिक्शा से गंतव्य तक पहुंचाएगा। विश्वविद्यालय ने महिलाओं, लड़कियों, वृद्ध और विकलांग के लिए ई रिक्शा सुविधा शुरू की है।

बुधवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने ई-रिक्शा का शुभारंभ किया। यह ई-रिक्शा प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक विश्वविद्यालय के गेट पर खड़ा रहेगा। यह ई-रिक्शा महिलाओं, लड़कियों, वृद्ध और विकलांग को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के गेट से विश्वविद्यालय के जिस भी विभाग में कार्य है। उस विभाग तक पहुंचाएगा।

कुलपति ने चलाया ई-रिक्शा

कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने उदघाटन करने के बाद ई-रिक्शा को स्वयं चलाया। कुलपति ने मुख्य द्वार से राजा महेंद्र प्रताप पुस्तकालय तक और पुस्तकालय से गेट तक ई रिक्शा चलाया। इसके बाद कुलसचिव धीरेंद्र कुमार ने स्वयं ई-रिक्शा चलाते हुए विश्वविद्यालय का एक राउंड लगाया।

जल्द आएगा एक और ई-रिक्शा

कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला एक और ई-रिक्शा को खरीदने के आदेश दिए। निर्देश दिए कि दोनो ई-रिक्शा विश्वविद्यालय के गेट पर सुबह 10 बजे से सांयकाल तक खडे रहेंगे। महिलाओं, लडकियों, वृद्ध और विकलांग यदि कोई आता है तो विश्वविद्यालय में जहां भी उनको जाना है वहां पर छोडकर वापस विश्वविद्यालय के गेट पर आकर खडा होगा।

सोलर से चार्ज होगा ई-रिक्शा

विश्वविद्यालय पर जिस ई-रिक्शा का शुभारंभ किया है उसको चार्ज करने के लिए ई-रिक्शा पर ही सोलर पैनल लगाया गया है। उसी सोलर पैनल से वह चार्ज होगा। इसके अलावा बिजली से भी वह चार्ज हो जाएगा। इस दौरान प्रो. विघनेश कुमार त्यागी, इंजीनियर मनीष मिश्रा, मितेंद्र गुप्ता, इंजीनियर विकास त्यागी, इंजीनियर मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।

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