गाज़ियाबाद ड्यूटी से नदारद सफाई मंजूरी पर सैक्टर होगी
सफाई मंजूरी पर सैक्टर होगी
उत्तरप्रदेश कागजों में ड्यूटी दे रहे निगम के सफाई कर्मचारियों की तलाश शुरू हो गई है. नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी सफाई निरीक्षक और सुपरवाइजर से उनका डाटा तलब किया है. इसके बाद इन पर सख्ती की जाएगी.
नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में स्थाई और अस्थाई करीब साढ़े चार हजार सफाई कर्मचारी हैं. इनका वेतन हर महीने जारी हो रहा. महापौर और नगर आयुक्त से कुछ पार्षदों ने शिकायत की है कि कर्मी वार्डों में दिखाई नहीं देते. इस कारण गंदगी रहती है. कुछ सुपरवाइजर ने रिश्तेदारों और परिजनों को भर्ती करा लिया है. ये कर्मी घर में ही रहते हैं. सफाई करने वार्ड में नहीं जाते. इस वजह से क्षेत्र में गंदगी फैली रहती है. आरोप है कि ये कर्मचारी बिना काम किए ही वेतन उठा रहे हैं. ऐसे में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार ने सफाई निरीक्षक और सुपरवाइजर से सफाई कर्मचारियों की सूची बनाने को कहा है. वहीं, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि सभी कर्मचारियों की हाजिरी अब ऐप से लगेगी. यह ऐप सुबह एक घंटे के लिए खोला जाएगा. तय समय के बाद हाजिरी नहीं लगेगी. हाजिरी न लगाने वालों को वेतन जारी नहीं हो
लेंटर गिरने से दंपति घायल
चुन्नाभट्टी कॉलोनी में कपड़े की दुकान का लेंटर गिर गया. मलबे की चपेट में आने से दुकान स्वामी और उनकी पत्नी घायल हो गईं. महिला की हालत गंभीर है.
भूपेंद्रपुरी कॉलोनी में महेश कुमार परिवार सहित रहते हैं. वह घर से थोड़ी दूर पर चुन्नाभट्टी कॉलोनी में कपड़े की दुकान चलाते हैं. महेश पत्नी सोनिया के साथ दुकान पर थे. दोपहर में महेश काम कर रहे थे, जबकि उनकी पत्नी आराम कर रही थीं. उनके अनुसार, कॉलोनी से एक धार्मिक यात्रा निकली. इसमें तेज आवाज में डीजे बज रहा था. इसी बीच पहले दुकान के लेंटर का कुछ हिस्सा गिरा और फिर पूरा हिस्सा गिर गया. इससे मलबे में दोनों दब गए. शोर सुन मौके पर पहुंचे लोगों ने दंपति को मलबे से निकालकर स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया.