कृषि और सेवा क्षेत्र में तेजी से जीडीपी ने भरी उड़ान

वित्तीय और रियल एस्टेट ने भी किया बेहतर प्रदर्शन

Update: 2023-09-04 08:16 GMT

लखनऊ: कृषि और सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश की आर्थिक वृद्धि दर (जीडीपी) को चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में तेज रफ्तार मिली है. यह पिछली चार तिमाहियों में सबसे ऊंची वृद्धि दर है.

राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, कृषि क्षेत्र में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में 3.5 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले 2022-23 की इसी तिमाही में 2.4 प्रतिशत था. वहीं, वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं का जीवीए जून, 2023 को समाप्त तिमाही में 12.2 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 8.5 प्रतिशत था.

हालांकि, व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण से जुड़ी सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रही. यह पिछले साल की समान तिमाही में 25.7 प्रतिशत थी. विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 4.7 प्रतिशत रही, जो पिछले वित्त वर्ष में 6.1 प्रतिशत थी.

सेवा क्षेत्र में सुधार सेवा क्षेत्र में मजबूत वृद्धि ने भी एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंदी से उबरने में मदद की है. वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी की वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही थी. सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में उछाल से जून तिमाही में अच्छी जीडीपी विकास दर हासिल करने में मदद मिली.

जोखिम बरकरार मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में 6.5 प्रतिशत वृद्धि दर को लेकर जोखिम दोनों तरफ बराबर है. कच्चे तेल के दाम में तेजी और वैश्विक स्तर पर लंबे समय तक अनिश्चितता बनी रहने तथा वित्तीय स्थिति तंग होने जैसी स्थिति वृद्धि के लिए जोखिम हैं.

मौजूदा मूल्य पर जीडीपी चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 70.67 लाख करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 65.42 लाख करोड़ रुपये थी.

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