Gaziabad: मेरठ मार्ग पर हादसे में दो लोगों की मौत, अफरातफरी का माहौल

धमाके की आवाज सुनकर आसपास सो रहे लोगों की नींद भी टूट गई

Update: 2024-09-19 07:27 GMT

गाजियाबाद: दिल्ली-मेरठ मार्ग पर तड़के हुए हादसे से अफरा-तफरी मच गई. दुकानदार को रौंदने के बाद कार ने पलटी खानी शुरू की तो उसमें चिंगारियां उठ गईं. धमाके की आवाज सुनकर आसपास सो रहे लोगों की नींद भी टूट गई. लोग मौके पर दौड़े और पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची तो दुकानदार मृत पड़ा मिला, जबकि कार में दो लोग लहूलुहान हालत में मिले.

डीसीपी सिटी राजेश कुमार के मुताबिक दिल्ली-मेरठ मार्ग पर घटनास्थल के पास पूर्व में एक पेड़ को काटा गया था. पेड़ काटकर उसकी जड़ को ऐसे ही छोड़ दिया गया. पेड़ की यही जड़ हादसे की वजह बनी. अगर पेड़ की जड़ को भी हटा दिया जाता तो हादसा नहीं होता और दो लोगों की जान बच सकती थी. डीसीपी के मुताबिक घटना में घायल हुए बीएसएफ के सिपाही गौर विश्वास बेहोश हो गए थे. होश आने पर उन्होंने बताया कि कार सवार लोगों में से वह सिर्फ अपने दोस्त हरेंद्र साहलोत को जानते हैं. हरेंद्र सहलौत भी बीएसएफ में कार्यरत है और घटना के वक्त कार को वही चल रहा था. गाड़ी में मौजूद दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल सत्यनारायण और चौथे व्यक्ति सुभाष यादव को हरेंद्र गहलोत ही जानता था गौर विश्वास ने बताया कि वह फिलहाल ट्रेनिंग करने के लिए दिल्ली आए हुए हैं. हरेंद्र गहलोत अपने साथियों के साथ उन्हें कार में लेकर चला था.

लोनी में अवैध रूप से चल रहीं चार फैक्टरियां सील: प्रशासन ने अवैध रूप से घरों में चल रहीं फैक्टरियों को सील किया है. यहां पशुओं की हड्डियों से मोती माला के साथ साथ मूर्तियां बनाई जहा रही थी.

एसडीएम लोनी राजेन्द्र शुक्ला ने बताया कि कुछ लोगों ने बताया कि गौरी पट्टी, टोली मोहल्ला और मुस्तफाबाद आदि कॉलोनियों में कुछ लोग घरों में पशुओं की हड्डियों से मोती माला के साथ साथ मूर्ति बना रहे हैं. रिहायशी इलाके में अवैध रूप से चल रहीं चार फैक्टरियों को सील कर दिया गया. जबकि उइसे बरामद हड्डियों को गड्ढा खुदवाकर दबवा दिया गया.

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