Gaziabad: कायाकल्प की टीम ने एमएमजी और संयुक्त अस्पताल का दौरा किया
टोकन सिस्टम न होने पर नाराजगी
गाजियाबाद: कायाकल्प की टीम ने एमएमजी और संयुक्त अस्पताल की दौरा किया. निरीक्षण के दौरान कायाकल्प की टीम को संयुक्त अस्पताल में आक्सीजन प्लांट चलते नहीं मिले और दोनों अस्पतालों के परिसरों में बेतरतीब वाहन खड़े पाए गए. टीम ने पार्किंग और सभी ओपीडी में टोकन सिस्टम लागू नहीं होने पर नाराजगी जताई.
कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत दूसरे चरण के तहत जहां सुबह एमएमजी अस्पताल व संयुक्त जिला अस्पताल में निरीक्षण किया गया. टीम में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से डॉ. विनोद कुमार चौरसिया व डीपीएम मनीष ने निरीक्षण किया. ओपीडी में निरीक्षण के दौरान टोकन सिस्टम लागू होने पर प्रशंसा की. साथ ही ओपीडी के दौरान सभी कमरों में टोकन सिस्टम लागू करने पर जोर दिया. इसके बाद टीम द्वारा लेबर रूम, ओटी, बच्चा वार्ड दवा स्टोर का भी निरीक्षण किया. अस्पताल के दूसरे तल पर अर्ली इंटरवेंशन सेंटर व ऑर्थो वार्ड का निरीक्षण किया. वार्ड में एक मरीज के बेड के निकट लगे ऑक्सीजन संबंधित उपकरण की जांच की गई, जांच करने पर बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होना पाया गया. टीम ने पैथोलॉजी लैब व अन्य वार्डों का भी निरीक्षण किया. टीम में मौजूद डॉ. विनोद चौरसिया ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत टीम द्वारा अस्पताल का विश्लेषण किया. इसमें जांच के दौरान व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गई.
बेतरतीब खड़े वाहनों से दिक्कत: निरीक्षण के दौरान एक वार्ड में ऑक्सीजन उपकरण चालू नहीं मिला. स्टाफ ने बताया कि वार्ड में ऑक्सीजन सप्लाई को बंद किया गया है. जरूरत पर सप्लाई की जाती है. अस्पताल सीएमएस डॉ. विनोद चंद्र पांडेय का कहना है कि अस्पताल में 500 और दो 150-150 क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट हैं. जो निर्देश मिलेंगे, उन पर कार्य किया जाएगा. एमएमजी अस्पताल में भी डॉ. प्रशांत और डॉ. याकूब की टीम द्वारा निरीक्षण किया गया. अस्पताल में टीम ने पार्किंग होने के बावजूद पूरे परिसर में वाहन इधर-उधर खड़े होने पर नाराजगी जताई.