Gaziabad: संमति पैकेजिंग फैक्टरी में लगी आग रात भर धधकती रही
दमकल की पांच गाड़ियां सारी रात मौके पर खड़ी रहीं
गाजियाबाद: ट्रॉनिका सिटी की संमति पैकेजिंग फैक्टरी में लगी आग रात भर धधकती रही. तेज हवा चलने पर आग भड़क न जाए, इस कारण दमकल की पांच गाड़ियां सारी रात मौके पर खड़ी रहीं. फैक्टरी का एक चार मंजिला भवन पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. दूसरा भाग गिरने के कगार पर है.
सुबह ट्रॉनिका सिटी में जेसी जैन की चार मंजिला पैकेजिंग फैक्टरी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी. दमकल की 20 गाड़ियां बुलानी पड़ी थीं. इसके बाद सुबह नौ बजे लगी आग पर रात में आठ बजे काबू पाया जा सका. फैक्टरी का एक चार मंजिला भवन ध्वस्त हो गया था और दूसरा भवन भी गिरने के कगार पर है. पैकेजिंग फैक्टरी में लगी आग तेज हवा के कारण अगल बगल की फैक्टरियों तक पहुंच गई थी, लेकिन फायर कर्मियों ने दोनों फैक्टरियों में लगी आग को पानी डालकर काबू कर लिया था.
टंकियों से पानी की सप्लाई नहीं ट्रॉनिका सिटी में पानी की टंकियां तो बनी हैं, लेकिन उनसे पानी की सप्लाई नही हो रही. आगजनी की घटना के दौरान फायरकर्मियों को दूसरी फैक्टरियों से पानी लेना पड़ता है. इस कारण समस्या उत्पन्न होती है. कई बार पानी की कमी के कारण आग भड़क जाती है. उद्यमियों ने नया फायर स्टेशन स्थापित उसमें चार नए फायर टेंडर देने की मांग की है.
खटारा गाड़ी कैसे बुझाएगी आग कुछ दिन पूर्व ही फायर विभाग ने ट्रॉनिका सिटी को एक पुरानी गाड़ी दी है. यह गाड़ी खटारा हो चुकी है और आगजनी की घटना के दौरान खराब हो जाती है. को बेहटाहाजीपुर में लगी आग को बुझाने पहुंची पुरानी गाड़ी खराब हो गई थी. उसे वापस ट्रॉनिका सिटी तक पहुंचाने के लिए ट्रैक्टर से खिंचवाना पड़ा था.