Gaziabad: 31 लाख का हाउस टैक्स खत्म करने का मामला सामने आया
स्कूल और कॉलेज एक ही परिसर में चल रहे हैं
गाजियाबाद: नगर निगम के टैक्स विभाग में गड़बड़ी बंद नहीं हो रही है. कविनगर जोन के एक स्कूल की आड़ में कॉलेज का 31 लाख रुपये हाउस टैक्स खत्म करने का मामला सामने आया है. स्कूल और कॉलेज एक ही परिसर में चल रहे हैं.
कविनगर जोन में 12 वीं कक्षा तक का एक निजी स्कूल है. उसी के परिसर में कॉलेज भी संचालित है. नगर निगम ने इस स्कूल का 31 लाख रुपये का हाउस टैक्स बिल जारी किया था. इसके बावजूद बिल जमा नहीं जा रहा था. स्कूल संचालक ने संभव जनसुनवाई में पत्र देकर अनुरोध किया कि नियमानुसार स्कूल पर टैक्स नहीं लगाया जा सकता. इसलिए बिल माफ किया जाए. जांच के बाद 31 लाख रुपये का टैक्स खत्म कर दिया. निगम सूत्रों ने बताया कि स्कूल की आड़ में कॉलेज का टैक्स भी माफ कर दिया है. दरअसल, दस्तावेज में केवल स्कूल का जिक्र कर कॉलेज गायब कर दिया गया. जबकि मौके पर कॉलेज संचालित है. ऐसा करके निगम को लाखों रुपये चपत लगा दी गई.
कंप्यूटर लेजर से मिलान करने पर अभिलेख में नहीं पाया : इस मामले में पूर्व में भी एक पत्र दिया गया था. उसकी जांच हुई. उस रिपोर्ट के अनुसार 20 मार्च वर्ष 2018 को क्रेडिट नोट 7,77,612 रुपये किया और 4,94,602 रुपये की जारी रसीद का मिलान करने पर अभिलेख में नहीं पाया गया. अभिलेख के अनुसार 7,77,612 रुपये का क्रेडिट नोट को फिर से डेबिट नोट किया . तीन मार्च 2018 में जारी रसीद 4,94,602 रुपये का मिलान तत्कालीन नगदी बुक और निगम के कंप्यूटर लेजर से मिलान करने पर अभिलेख में नहीं पाया.
कॉलेज का बिल खत्म नहीं किया गया. स्कूल संचालक की तरफ से शिकायती पत्र मिलने के बाद बिल में सुधार किया गया है. मौके पर केवल स्कूल है. कॉलेज यदि है तो उस पर कर निर्धारण कर वसूली की जाएगी. -डॉ. संजीव सिन्हा, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी
मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच कराई जाएगी. इस पर अधिकारियों के जबाव भी लिया जाएगा. यदि मामला सही मिला तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी.
-सुनीता दयाल,महापौर