Gaziabad: आरटीई के पहले चरण में 35 फीसदी कम आवेदन आए

हेल्प डेस्क भी नहीं कर सके मदद

Update: 2025-01-04 06:15 GMT

गाजियाबाद: बीते वर्ष के मुकाबले इस बार आरटीई के पहले चरण में 35 फीसदी कम आवेदन आए हैं. बीते सत्र में आरटीई में चयनित बच्चों को दाखिले नहीं मिलने, पोर्टल नहीं चलने, आवेदन शुरू होते ही सीटें फुल दिखने और कई नामी स्कूल पोर्टल से हटाने के इसकी बड़ी वजह माना जा रहा है

सत्र 2025-26 के लिए जिले के 1192 निजी स्कूलों में आरटीई दाखिले की प्रक्रिया एक से शुरू हुई. पहले चरण के आवेदन 19 तक लिए गए. इसमें मात्र 4729 अभिभावकों ने ही आवेदन किया, जबकि बीते वर्ष सत्र 2024-25 के लिए पहले चरण में ही 7326 आवेदन प्राप्त हुए थे. शिक्षा विभाग के प्रचार एवं प्रसार के तमाम दावों के बावजूद भी आवेदन बढ़ने के बजाय पहले से भी कम रह गए. बता दें कि शिक्षा विभाग ने इस बार अभिभावकों की सहूलियत के लिए क्यूआर कोड स्कैनर से सीधे फॉर्म भरने की सुविधा देने के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने के लिए जगह-जगह होर्डिंग भी लगाए. साथ ही अभिभावकों की मदद के लिए पांच हेल्प डेस्क भी बनाई गईं. बावजूद इसके आवेदन नहीं बढ़ सके.

अभिभावकों को ज्यादा से ज्यादा आवेदन के लिए जागरूक किया जा रहा है. कम आवेदन के पीछे के कारणों का पता लगाकर उन्हें दूर किया जाएगा. यदि हेल्प डेस्क से मदद नहीं मिल रही तो बीएसए में शिकायत करें. - ओपी यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

हेल्प डेस्क भी नहीं कर सके मदद: इस बार शुरूआत से ही आवदेन पोर्टल में तकनीकी समस्या देखने को मिली जो अंत तक भी खत्म नहीं हुई. गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी का आरोप है कि इस बार जिले के कई बड़े नामी स्कूल भी पोर्टल से हटा दिए हैं जिससे इनमें बच्चों को प्रवेश कराने के इच्छुक अभिभावकों ने भी आवेदन नहीं किया. कई स्कूल तो ऐसे रहे जिनमें आवेदन शुरू होते ही सीटें फुल दिखने लगीं. इससे भी आवेदन सीमित रह गए. आरोप है कि शिक्षा विभाग ने अभिभावकों की मदद के लिए जो हेल्प डेस्क बनाई थी उससे भी कोई मदद नहीं मिल सकी. अभिभावक मीना ने बताया कि एक स्कूल में सीट फुल दिखने पर हेल्प डेस्क पर संपर्क किया, वहां मौजूद अधिकारी ने अगले साल आवेदन करने की सलाह दी

24 को लकी ड्रॉ: आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब प्राप्त आवेदनों का 23 तक सत्यापन किया जाएगा. इसके बाद स्वीकृत आवेदनों का 24 को लकी ड्रॉ निकाला जाएगा. फिर चयनित बच्चों को 27 तक स्कूलों का आवंटन पत्र वितरित किए जाएंगे. इसके बाद स्कूलों में प्रवेश शुरु हो जाएंगे.

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