मेरठ | लिसाड़ीगेट थानाक्षेत्र के भूमिया पुल पर हत्यारों ने गौरक्षक आसिफ भारती की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी। आसिफ गौरक्षक दिलशाद भारती का छोटा भाई था, दिलशाद की भी 2015 में गोली मारकर हत्या की गई थी। दिलशाद की हत्या के बाद आसिफ ने गौरक्षा की कसम खाई थी।
शनिवार शाम घटना उस समय हुई जब गौरक्षक दल का सदस्य आसिफ पुत्र शकील अपनी स्कूटी से कहीं जा रहा था। इसी दौरान हत्यारों ने पीछा कर उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गोली लगते ही आसिफ स्कूटी सहित जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने अचेत अवस्था में पड़े आसिफ को अस्पताल भिजवाया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बताया गया कि आसिफ एक माह पहले ही हत्या के मामले में जेल से छूट कर आया था, उसको दो युवकों के द्वारा गोली मारी गई है।
पुलिस के अनुसार आरोपी परवेज व उसके साथी बताए जा रहे हैं। पुरानी रंजिश में गोली मारी गई है। गोकशी के खिलाफ आंदोलन चलाने वाले दिलशाद भारती की गो तस्करों द्वारा 27 जून 2015 को गोली मारकर हत्या की गई थी। भाई की हत्या के बाद छोटे भाई आसिफ ने गौरक्षा की कसम खाते हुए कहा था कि हम मुसलमान हैं, लेकिन गोरक्षा करना हमारा धर्म है। मेरे भाई ने गोरक्षा करते-करते अपनी जान दे दी। गोवंश को बचाना उसने अपना मकसद बना लिया था। इसीलिए उसने शादी भी नहीं की थी।