भगोड़े आईपीएस मणिलाल की बढ़ेंगी मुश्किलें, जानिए क्या है वजह

बड़ी खबर

Update: 2022-05-07 16:56 GMT

उत्तर प्रदेश। सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) भगोड़ा घोषित हो चुके आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर जल्द ही एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में है। शासन ने विजिलेंस की जांच रिपोर्ट को मंजूरी देते हुए एफआईआर दर्ज कर विवेचना करने के आदेश दिए हैं। विजिलेंस की रिपोर्ट में पाटीदार भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए हैं।

वर्ष 2014 बैच के आईपीएस पाटीदार पर एक लाख का इनाम घोषित है और वह सितंबर 2020 से ही फरार चल रहे हैं। महोबा में एसपी रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद उन पर महोबा में ही मुकदमा भी दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने से पहले शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया था। फिर 11 सितंबर 2020 को उनके खिलाफ अनियमितता की शिकायतों की जांच विजिलेंस को सौंप दी थी।
विजिलेंस को 20 नवंबर 2020 को पाटीदार के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के आरोपों की जांच भी दे दी गई थी। विजिलेंस ने भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच पूरी करके अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। जांच रिपोर्ट में पाटीदार को अवैध वसूली में दोषी पाया गया है। अब शासन ने उसे मंजूर करते हुए एफआईआर दर्ज कराने की अनुमति दे दी है। आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच अभी चल रही है। पाटीदार के फरार रहने से विजिलेंस उनका बयान नहीं दर्ज कर पा रही है। ऐसे मामलों की जांच में आरोपित का बयान दर्ज किया जाना आवश्यक होता है। ऐसे में यह जांच पाटीदार के गिरफ्तार होने पर ही पूरी हो सकेगी।

Similar News