Lucknow लखनऊ। डूडा कालोनी में रहने वाली सरिता ने पारा थाने में तीन पर 14 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि एसजीपीजीआई में नर्स की नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपित ने रुपये लिये थे। दो वर्ष तक आरोपित टालमटोल करते रहे। इसके बाद मकान छोड़कर भाग गये। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बुद्धेश्वर स्थित डूडा कालोनी निवासी सरिता केजीएमयू में संविदा पर नर्स हैं। दो वर्ष पहले उनकी मुलाकात पार्थ अपार्टमेंट सुशांत गोल्फ सिटी निवासी सूरज केशरवानी से हुई थी। सूरज ने उनको एसजीपीजीआई में नौकरी दिलाने का दावा किया। कुछ दिन बाद सूरज उनके घर पहुंचे। जहां पति आशीष और उनको भरोसा दिलाया कि 14 लाख रुपये देने पर नर्स की स्थायी नौकरी एसजीपीजीआई में मिल जाएगी।
भरोसे में आकर सरिता ने सूरज के खाते में 5.20 लाख रुपये जमा करा दिये। इतना ही नहीं 8.80 लाख रुपये नकद भी दिये। काफी समय बीत जाने के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो सरिता ने सूरज से रुपये वापस करने को कहा। कुछ दिन तक वह टालमटोल करता रहा, इसके बाद पत्नी खुशी केशरवानी ओर भाई प्रिंस केशरवानी के साथ घर आया और कहा कि पत्नी को भी सरकारी नौकरी में करा दिया है। केवल ज्वाइनिंग बची है। रुपये वापस करने के लिए कुछ समय मांगा। गारंटी के तौर पर कुछ चेक दिये, लेकिन इसी बीच सूरज परिवार के साथ पार्थ अपार्टमेंट का फ्लैट खाली कर भाग गया। जब चेक भुगतान के लिए लगाया तो खाते में रकम न होने के कारण बाउंस हो गया।
सरिता ने बताया कि अब सूरज और उसके पत्नी का मोबाइल भी बंद जा रहा है। पीड़िता ने पारा थाने में प्रार्थना पत्र दिया है। इंस्पेक्टर पारा सुरेश सिंह के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।