मेरठ क्राइम न्यूज़: बागपत रोड स्थित एक कालोनी चार युवकों ने एक छात्रा के साथ गैंगरेप कर दिया। छात्रा ने शोर मचाया और अपने परिचितों को फोन किया। थोड़ी देर में बुलेरो गाड़ी में सवार हथियारबंद छात्र आए और दो आरोपी छात्रों के साथ जमकर मारपीट की और हथियार की नोंक पर उनको जबरन गाड़ी में बैठाकर फरार हो गए। कालोनी वालों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। थोड़ी देर में पुलिस मौके पर आ गई और मारपीट करने वाले छात्रों को पकड़ कर सुभारती चौकी ले आई। पुलिस ने बजाय कार्रवाई करने के छात्रों के परिजनों पर दबाव डालकर समझौता करा दिया। वहीं, छात्रा के साथ हुए गैंगरेप का मामला पूरी तरह से दबा दिया गया। कालोनी में शाम पांच बजे के करीब एक फ्लैट में एक छात्रा के साथ चार युवक आए। थोड़ी देर में छात्रा के चीखने की आवाज आई। छात्रा युवकों पर दुष्कर्म करने का आरोप लगा रही थी। बताया जाता है कि छात्रा ने फोन करके अपने परिचितों को घटना की जानकारी दी। थोड़ी देर में काले रंग की बुलेरो पर सवार होकर युवक आए और उनके पास असलहा भी थे।
उधर, छात्रा से गैंगरेप के आरोपी युवकों ने जब बुलेरो देखी तो भागने की कोशिश की, लेकिन असलहा लिये युवकों ने पकड़ कर दोनों छात्रों की जमकर पिटाई कर दी और जबरन उनको गाड़ी में डालकर ले गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मारपीट करने वाले युवक काफी गुस्से में थे और छात्रा को अपनी बहन बताकर मारपीट कर रहे थे। सरेआम हुई गुंडागर्दी के दौरान आरोपी छात्र अपनी गाड़ी छोड़ गए थे। मौके पर पहुंची पुलिस से कालोनी के लोगों ने पूरा घटनाक्रम बताया और पुलिस बाद में आरोपी छात्रों की गाड़ी को चौकी लेकर चली गई। बाद में दोनों पक्ष पुलिस चौकी पहुंच गए और उनके घर वाले भी आ गए। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने के दोनों पक्षों के परिजनों के सामने समझौता करा दिया। सवाल यह उठ रहा है कि पुलिस ने आरोपी युवकों ने छात्रा के बारे में पूछताछ क्यों नहीं की? गैंगरेप जैसे मामले को पुलिस ने क्यों दबा दिया।