बदायूं। एसओजी और थाना कुंवरगांव पुलिस ने हेरोइन (मेथामफेटामाइन) तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। 600 ग्राम हेरोइन के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया। तस्करों के पास से दो अवैध चाकू और दो बाइकें भी बरामद की। पकड़े गए तस्करों में एक रेलवे कर्मचारी है। जो तस्करों से मिला था। उसकी सहायता से तस्कर आसानी से हेरोइन को सप्लाई किया करते थे। हेरोई की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है।
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह के निर्देश पर मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की टीमें सक्रिय हैं। कुछ दिन पहले एसओजी को सूचना मिली कि घटपुरी हाल्ट पर तैनात एक रेलवे कर्मचारी मादक पदार्थ तस्करी करा रहा है। वह गिरोह के साथ मिलकर मादक पदार्थ सप्लाई करता है। एसओजी ने तस्करों को पकड़ने की रणनीति बनाई। सबसे पहले रेलवे कर्मचारी के मोबाइल नंबर से उसके संपर्क में रहने वाले नंबरों की जानकारी की।
एसओजी ने शुक्रवार को हेरोइन का ग्राहक बनकर सदस्यों से संपर्क किया। सदस्य हेरोइन सप्लाई करने को तैयार हो गए। 10 लाख रुपये में 600 ग्राम हेरोइन देने का सौदा तय हुआ। तस्करों ने यह भी बताया कि इस हेरोइन की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत डेढ़ करोड़ रुपये है। तस्करों ने थाना कुंवरगांव क्षेत्र के गांव अहरुईया तिराहे के पास सप्लाई करने की बात कही। एसओजी ने थाना कुंवरगांव पुलिस के साथ मिलकर जाल बिछाया। एसओजी और सर्विलांस की टीम तस्करों के बताए स्थान पर अहरुईया तिराहे पर पहुंच गई। थाना कुंवरगांव पुलिस ने घेराबंदी की। रविवार को दो बाइकों से चार तस्कर हेरोइन लेकर पहुंचे। टीम ने उन्हें दबोच लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से 600 ग्राम हेरोइन और नाजायज चाकू बरामद हुए।
एसओजी की पूछताछ में तस्करों ने अपना नाम थाना बिनावर क्षेत्र के गांव घटपुरी निवासी श्यामाचरण उर्फ सैंपी पुत्र केशराम व जयवेंद्र पुत्र राजेंद्र, जिला शाहजहांपुर के थाना कलान क्षेत्र के गांव पिलुआ निवासी शिवा प्रताप उर्फ भोला उर्फ रामस्वरूप, राजस्थान के जिला अलवर के थाना राजगढ़ क्षेत्र के गांव नांगल सोहन निवासी सुबोध कुमार पुत्र रामौतार सिंह बताया। वर्तमान में सुबोध कुमार जिला संभल के थाना धनारी क्षेत्र के गांव मीना नगला में रह रहा था। रेलवे में वह गैंगमैन पद पर तैनात है। तस्करों ने बताया कि वह कई दिनों से तस्करी कर रहे हैं। अन्य प्रदेशों से हेरोइन मंगवाकर बदायूं और आसपास के जिलों में सप्लाई करते हैं।
बताया जा रहा है कि रेलवे का कर्मचारी होने की वजह से सुबोध कुमार पर शक नहीं होता था। वह आसानी से मादक पदार्थ सप्लाई करा देता था। पूछताछ के बाद थाना कुंवरगांव में तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज करते हुए जेल भेज दिया। गिरफ्तारी करने वालों में एसओजी के प्रभारी उपनिरीक्षक धर्वेंद्र सिंह, थाना कुंवरगांव के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार वर्धन रहे।
एसओजी, सर्विलांस ने थाना कुंवरगांव पुलिस के साथ हेरोइन के चार तस्करों को पकड़ा है। जिसके पास से 600 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है। पकड़े गए तस्करों में एक रेलवे में कर्मचारी है। सभी को जेल भेज दिया गया है-