फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर धमकाने वाले मुख्य आरोपी के साथ चार गिरफ्तार

Update: 2023-02-13 11:45 GMT
इटावा। फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर लोगो को धमकाने एवं विधि विरुद्ध क्रियाकलापो को करने वाले मुख्य अभियुक्त और उसके चार साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कब्जे से एक रायफल, एक रिवाल्वर (फैक्ट्रीमेड), 36 जिंदा कारतूस, 06 खोखा कारतूस, एक फर्जी शस्त्र लाइसेन्स और एक क्रेटा कार बरामद हुई ।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि 12 फरवरी को शीला पत्नी स्व भगवान सिंह निवासी ग्राम जगसौरा ने इसी गांव के निवासी मनीष कुमार व उसके अन्य साथियों के विरुद्ध असलहों से लैस होकर घर में घुसकर गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने के संबंध में तहरीर दी थी। जिसके आधार पर थाना जसवंतनगर पर अभियोग पंजीकृत किया गया।
अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए थाना जसवंतनगर पुलिस निरंतर प्रयासरत थी। बलरई नहर पुल पर संदिग्ध व्यक्ति/ वाहन चैकिंग के दौरान घटना से संबंधित क्रेटा कार सवार पांच व्यक्तियों को पकड़ लिया गया । जिनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से रायफल, रिवाल्वर, जिंदा कारतूस, खोखा कारतूस और लाइसेंस बरामद हुए ।
हिरासत में लिये गये व्यक्तियों से असलहों के लाइसेंस मांगने पर अभियुक्त मनीष ने रिवाल्वर का लाइसेंस उपलब्ध कराया गया। शेष असलहों का लाइसेंस दिखाने में असमर्थ रहे। लाइसेंस संदिग्ध प्रतीत होने पर जानकारी की गयी तो लाइसेंस फर्जी पाया गया। जिसके संबंध में पूछताछ करने पर अभियुक्त मनीष ने बताया कि उसने फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर यह लाइसेंस जनपद गौतमबुद्ध नगर से बनवाया था।
अभियुक्त मनीष वर्ष 2020 में थाना सिविल लाइन इटावा से जेल जा चुका है। जिसमें उसका बरामद पिस्टल का लाइसेंस निरस्त हो गया था । अभियुक्त मनीष ने यह भी बताया गया कि निरस्त पिस्टल के लाइसेंस में हेराफेरी करके उसने मुरैना मध्य प्रदेश से बरामद रिवाल्वर खरीदी थी। गिरफ्तार अभियुक्तों से कार के प्रपत्र मांगने पर अभियुक्तगण कार के प्रपत्र दिखाने में असमर्थ रहे जिसे नियामानुसार एमवी एक्ट में सीज किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में मनीष कुमार के अलावा लव कुश पुत्र राम प्रकाश निवासी रुकनपुरा, अंकित कुमार यादव पुत्र रामदीन निवासी रेल मंडी थाना जसवंतनगर, राजवीर पुत्र महेंद्र कुमार निवासी केसरी थाना नसीरपुर जनपद फिरोजाबाद और प्रवीन कुमार पुत्र हरवीर सिंह निवासी नगला लच्छी थाना जसवंतनगर शामिल हैं।
इनमें अभियुक्त लवकुश ने वर्ष 2017 में पुरानी रंजिश के चलते ग्राम रुकनपुरा निवासी ज्ञानेन्द्र उर्फ केन्द्रपाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके संबंध में मृतक के भाई नेत्रपाल की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत किया गया था। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक जसवंतनगर मुकेश कुमार सोलंकी, उनि मनोज कुमार, करनवीर सिंह, भगवान सिंह, शिशुपाल सिंह, रामरतन, दानिश मोहम्मद, मुस्तकीम बाबू शामिल रहे। सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टींम को एसएसपी ने 20,000 रुपये के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है।
Tags:    

Similar News

-->