झांसी में मजबूर युवक ने बिजली विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के आगे की आत्महत्या

Update: 2022-04-11 13:36 GMT

सिटी क्राइम न्यूज़: कस्बा व थाना मऊरानीपुर में बिजली विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के आगे मजबूर युवक ने की आत्महत्या कर ली। आर्थिक तंगी व गरीबी के चलते बहनों की परवरिश करने में असमर्थ भाई ने भी आज फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इससे पहले उनके मां बाप स्वर्गवासी हो गए थे। उनकी मौत के बाद तीनों बच्चे अनाथ हो गए थे। किसी तरह दोनों बहनों की जिम्मेदारी निभाते हुए भाई उनकी व्यवस्था संभाल रहा था। उसने गरीबी से तंग आकर मौत को गले लगा लिया।

मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित पावर हाउस में बनी कर्मचारी कॉलोनी में रहने वाली रोशनी के भाई ने घर के बाहर लगे बरगद से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रोशनी ने बताया कि लगभग 6 वर्ष पूर्व उसके पिता और मां की मौत हो चुकी थी। उसके पिताजी विद्युत विभाग में सरकारी कर्मचारी थे। लेकिन पिता की मौत के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा उन मासूमों की बिल्कुल भी सुध नहीं ली गई। और मासूम दो वक्त की रोटी के लिए भी मोहताज हो गए थे। अधिकारियों से बार-बार मिन्नतें करने के बाद कुछ पैसा दिया। लेकिन पिता की नौकरी का आश्वासन पूरा नहीं किया गया। जैसे तैसे भाई ने घर की जिम्मेदारी संभाली थी। उसे नौकरी के नाम पर हर तीसरे दिन झांसी कार्यालय बुलाया जाता था। हाथ केवल आश्वासन या बेरुखी ही लगती थी। आर्थिक तंगी और अधिकारियों की उदासीनता के चलते रोशनी के 19 वर्षीय भाई शनि पुत्र भरत बहादुर ने घर के बाहर लगे बरगद के पेड़ से फांसी लगाकर आज सुबह तड़के अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना की सूचना सुबह जब परिजनों ने व कॉलोनी के लोगों ने देखा तो चीख पुकार मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।

पड़ोसियों का कहना है कि पूरा परिवार दो वक्त की रोटी के लिए मजबूर था। दूसरी ओर बिजली विभाग के अधिकारी आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दे रहे थे। जिससे परेशान भाई यहां वहां मजदूरी करके अपनी बहनों का भरण पोषण कर रहा था। और आर्थिक तंगी और कर्ज के चलते हैं परेशान भाई ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। अब सकते में आये अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते हुए नौकरी की फाइल की चर्चा करते नजर आ रहे हैं।

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