मेरठ न्यूज़: रैपिड रेल के लिए शहर में चल रही सुरंग की खुदाई के दौरान लगातार दूसरे दिन कैंट इलाके में जमीन धंसने के कई मामले सामने आने से हड़कंप मच गया। सोमवार को रुड़की रोड स्थित मेसोनिक लॉज व इसके इर्द गिर्द तीन चार स्थानों पर जमीन धंसने की घटनाएं हुई जिसके बाद फौरन रैपिड अधिकारियों ने संबंधित क्षेत्र को कवर करते हुए सुरक्षा गार्ड तैनात कर वहां किसी भी बाहरी व्यक्ति का आवागमन भी प्रतिबन्धित कर दिया। रविवार को भी सेंट जोजफ इंटर कॉलेज के बाहर जमीन धंस गई थी और मुख्य गेट की दीवार गिर गई थी। जिसे आनन-फानन में रैपिड टीम ने अस्थाई रुप से इसे दुुरुस्त कर दिया था। सोमवार को मेसोनिक लॉज के मैदान में दो स्थानों पर व उससे सटे एक अन्य बड़े प्लॉट पर जमीन धंसने की जैसे ही जानकारी मिली तो रैपिड अधिकारी तुरन्त मौके पर दौड़ पड़े। गौरतलब है कि मैसोनिक लॉज की इमारत बहुत पुरानी है और वहां लगे स्टोन के अनुसार यह 1833 में निर्मित हुई थी। जिन स्थानों पर जमीनें धंसी हैं वहां मौजूद गार्ड के अनुसार यहां जमीनें 20 से 25 फुट तक नीचे धंस गई हैं। रैपिड की टीम ने सोमवार को भी इन धंसी हुई जमीनों में खानापूर्ति करते हुए सीमेंट और रोड़ी मिलाकर इनका भराव कर दिया। हालांकि क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि जमीन क्यों धंस रही है इसकी पूरी जांच कराई जानी चाहिए। मौके पर मौजूद अविनाश सिंह व मनोज कुमार नामक व्यक्तियों ने मांग की कि फिलहाल रैपिड की सुरंगों की खुदाई का काम रोक कर पहले जांच की जाए कि सुरंग खोदना सुरक्षित है अथवा नहीं, उसके बाद सुरंगों को आगे खोदा जाए। उधर, सेंट जोजफ इंटर कॉलेज से सटे चर्च में भी एहतियात के तौर पर सपोर्ट सिस्टम लगा दिया गया है ताकि चर्च की बिल्डिंग को कोई नुकसान न हो।
सफाई! सब कुछ सामान्य, खतरे की कोई बात नहीं
रैपिड अधिकारियों ने एक बार फिर जमीन धंसने की घटनाओं पर सफाई देते हुए कहा कि कहीं पर भी खतरे की कोई गुंजाइश नहीं है। एनसीआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार बारिश के कारण मिट्टी गीली होने की वजह से कहीं कहीं जमीन का कुछ हिस्सा नीचे बैठ गया है। सब कुछ नॉर्मल है। घबराने की कोई बात नहीं है। एनसीआरटीसी अधिकारियों ने बताया कि उनके पास आधुनिकतम तकनीकें हैं और इसी आधार पर रैपिड की सुरंग की खुदाई का कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि रैपिड की सुरंग की खुदाई से पूर्व हर पहलू पर बारीकी से जांच पड़ताल करने के बाद ही काम को आगे बढ़ाया गया है। अधिकारियों के अनुसार जहां-जहां पर जमीन धंसी है। वहां फौरन कार्रवाई करते हुए उन स्थानों को दुरुस्त करा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सेंट जोजफ इंटर कॉलेज के बाहर धंसी जमीन व दीवार गिरने की घटना से भी चिंतित होने की कोइ आवश्यकता नहीं है।
मेरठ क्यों नहीं आ रहे एमडी साहब!
एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह अक्सर दिल्ली मेरठ कॉरिडोर पर निरीक्षण के लिए निकलते हैं, लेकिन मेरठ में कुछ दिनों से इमारतों में दरारें आने व जमीन धंसने की घटनाओं पर उन्होंने कोई संज्ञान नहीं लिया है जो कि चर्चाओं का विषय बन गया है। कुछ समय पूर्व नादिर अली बिल्डिंग व फैज ए आम कॉलेज में दरारों का मामला सामने आया था और अब कई स्थानों पर जमीन धंसने के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद एमडी द्वारा उक्त स्थानों का दौरान न करना चर्चाओं का विषय बना हुआ है।
बंद रहेगा कॉलेज का मुख्य गेट, चर्च साइड से आवागमन
सेंट जोजफ इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य बाल कृष्ण शर्मा ने बताया कि कॉलेज खुलने पर फिलहाल मुख्य द्वार नहीं खोला जाएगा और छात्रों को एंट्री चर्च गेट से दी जाएगी। रविवार को मुख्य गेट क्षतिग्रस्त होने के कारण सुरक्षा के लिहाज से फिलहाल सभी छात्रों व स्टाफ को चर्च गेट से ही एंट्री मिलेगी।