खाद्य विभाग की टीम ने की छापेमारी, नकली मसाले की फैक्ट्री पकड़ी

Update: 2023-02-28 11:01 GMT

मेरठ: बाजार में नकली उत्पादों की भरमार होती जा रही है। ऐसी कोई भी खाद्य वस्तु नहीं मिल रही है जिसमें मिलावट न की जा रही हो। एसओजी और खाद्य विभाग की टीम ने एक आरोपी को पकड़ कर उसकी फैक्ट्री से छह कुंतल नकली मसाले बरामद किये है। इस फैक्ट्री में नकली मसालो को नामी कंपनियों के रैपर में भर कर बाजारों में उतारा जाता था।

लिसाड़ीगेट के पूर्वी इस्लामाबाद किदवाई नगर निवासी नायव के मकान में सोमवार को एसओजी व खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारकर नकली मसाला फैक्टरी पकड़ी। टीम ने मौके से छह कुंतल नकली मसाला, सामग्री, होलोग्राम, युक्त नकली खाली पैकेट और पैकिंग मशीन मिली।

टीम ने मसाले के पांच अलग-अलग नमूने लेकर जांच को भेज दिए हैं। सोमवार को एसओजी प्रभारी लोकेश अग्निहोत्री ने टीम व लिसाड़ीगेट पुलिस ने साथ मुखबिर की सूचना पर किदवाई नगर गली नंबर-दो निवासी नायब पुत्र इस्लाम मंसूरी के मकान में चल रही नकली मसाला फैक्टरी पर छापा मारकर मसाले पकड़ लिए। फैक्टरी में नामी कंपनिये के रैपर में हल्दी, धानिया, लाल मिर्च पाउडर भारकर बाजार में बेचा जा रहा था।

पुलिस ने टीम ने मौके पर खाद्य विभाग को बुला लिया। मुख्य खाद्य अधिकारी शिवकुमार मिश्रा ने बताया कि करीब 600 किलो मसाले जब्त किए हैं। जिसकी बाजार में कीमत बाजार में करीब एक लाख रुपये बताई जा रही है। मसालों के नूमने लेकर प्रयोगशाला जांच के लिए भेज दिए गया है।

नायब के पास लाइसेंस मिला है, लेकिन गलत तरीके से पैकिंग की जा रही थी। सीओ ने बताया कि सोमवार शाम को एसीजीटीम व लिसाड़ीगेट पुलिस ने नकली मसाले की नामचीन कंपनी के रैपर में बेचा रहा था। खाद्य विभाग की तरफ से नमूने जांच के लिए भेजे है। रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

ऐसे करें पहचान:

मिलावटी हल्दी में नकली रंग, मक्के का आटा, पीले रंग का चूरा जैसी चीजें मिलाई जाती हैं। शुद्ध हल्दी पहचाने करने के लिए एक चम्मच हल्दी पाउडर को आधे ग्लास पानी में मिलाकर 20 मिनट तक छोड़ दें। अगर हल्दी ग्लास में नीचे बैठ जाए और पानी साफ दिखे तो हल्दी शुद्ध है।

हल्दी में थोड़ा-सा कंसंट्रेटेड हाइड्रोक्लोरिक एसिड और पानी की कुछ बूंदे डालें, अगर यह गुलाबी हो जाए तो हल्दी में मैटेलिक पाउडर की मिलावट है। लाल मिर्च पाउडर को एक ग्लास पानी में डालें। अगर रंग में कोई मिलावट होगी तो पानी रंग बदलने लगेगा। अगर ग्लास की तली में सफेद रंग का चिकना पाउडर आ जाए तो मिर्च में सोप स्टोन की मिलावट है।

मिलावटी मसालों से तेजाब बनने की शिकायत हो जाती है। लंबे समय तक मिलावटी मसाले खाने से लिवर व किडनी पर असर पड़ता है।

संभव हो सके तो घर में मसाले पीसकर ही उनका इस्तेमाल करें तो इन बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है। -डा. तनुराज सिरोही, वरिष्ठ फिजीशियन

Tags:    

Similar News

-->