लखनऊ: कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डॉ. डीएस चौहान 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे है। अब प्रदेश में स्थायी डीजीपी के पद की नियुक्ति को लेकर कवायद तेज हो गई है। पुलिस विभाग के मुखिया बनने के लिए प्रदेश में पांच आईपीएस के नाम चर्चा में हैं। यह भी खबर है कि डॉ. डीएस चौहान को ही सरकार सेवा विस्तार दे सकती है।
उत्तर प्रदेश को जल्द ही नया पुलिस महानिदेशक मिल सकता है। इस पद की नियुक्ति के लिए राज्य सरकार ने वरिष्ठतम आईपीएस अफसरों का पैनल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो कुछ अधिकारियों में ऐसी चर्चा है कि शासन ने इतना तो तय कर लिया है कि वर्ष 1988 बैच के आईपीएस अफसरों में से ही स्थायी डीजीपी का चयन होगा। अगर सरकार से सेवा विस्तार मिलता है तो डॉ. डीएस चौहान भी डीजीपी बन सकते हैं। इनके अलावा डीजीपी की रेस में आनंद कुमार, विजय कुमार, डॉ. राजकुमार विश्वकर्मा, अनिल कुमार अग्रवाल का नाम है। वहीं, वर्ष 1987 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल का नाम चल रहा है। वे डीजीपी का पद संभाल चुके हैं। आनंद कुमार और विजय कुमार की दावेदारी मजबूत देखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 11 मई 2022 को पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल को पद से हटाया गया था। इसके बाद डीजी इंटेलिजेंस और विजिलेंस डॉ. डीएस चौहान को उनकी जगह पर कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था, तब से वे कार्यभार संभाल रहे है। 31 मार्च को वे सेवानिवृत्त हो रहे है, जिसको लेकर स्थायी डीजीपी बनाए जाने को लेकर आईपीएस अफसरों के नाम पर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।