पांच डकैत दबोचे गए, घरों में नेकर और बनियान पहनकर करते थे डकैती
पुलिस डकैतों को गिरफ्तार न कर सकी जो एक चैलेंज था.
बाराबंकी: यूपी के बाराबंकी में घुमंतू गैंग के पांच डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह डकैत पंजाब से चलकर यूपी की कई शहरों में दिन में सड़कों पर तमाशा दिखाते थे और रात में घरों की रेकी कर डाका डालते थे. पुलिस ने इस शातिर गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है और गिरोह के मुखिया पर इनाम घोषित कर तलाश में जुट गई है.
इस गैंग ने बाराबंकी में 2 माह पूर्व देवा के मुजीबपुर गांव के घर की रेकी कर महिला की हत्या कर लाखों रुपये लूट लिए थे. 2 महीने तक देवा पुलिस इस घटना को खुलासा नहीं कर सकी लेकिन जिले में आए पुलिस कप्तान अनुराग वत्स के नेतृत्व में पुलिस ने घटना का खुलासा कर दिया.
आपको बता दें कि 11 सितंबर को बाराबंकी ज़िले के देवा थाना क्षेत्र के मुजीबपुर गांव में डकैतों ने शिवप्रसाद के घर में घुसकर डाका डाला. इन डकैतों ने घर में रखा सामान, जेवरात व नकदी लूट लिए तथा लाठी- डंडों से लैस इन डकैतों ने परिवारजनों को मारा-पीटा जिससे चन्द्रावती की मौके पर मौत हो गयी. इस सूचना पर थाना देवा में मुकदमा पंजीकृत किया गया.
लेकिन दो महीने तक पुलिस डकैतों को गिरफ्तार न कर सकी जो एक चैलेंज था. एक खास ढंग से अंजाम दिए गए इस वारदात से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था. पुलिस कप्तान ने इस वारदात के खुलासे के लिए तीन टीमें बनाई थीं. मैनुएल इंटेलीजेंस और डिजिटल डेटा के आधार पर करीब दो महीने बाद पुलिस ने इस वारदात का खुलासा कर दिया.
पुलिस ने इस घटना में शामिल बदमाशों को देवा थाना के सिंचाई विभाग कालोनी के पास डकैती की योजना बनाते वक्त दबोचा लिया. पकड़े गए बदमाशों में आसिफ उर्फ विक्की उर्फ असीम अली, सिन्धबाज उर्फ केसरी नाथ, नुमाइश, सोधिन उर्फ चिंटू, सजिम उर्फ सानिब हैं.
पुलिस कप्तान अनुराग वत्स ने बताया कि ये गिरोह के सदस्य दिन में खेल-तमाशा दिखाकर, पहले रेकी कर अपने शिकार वाले घर को चिन्हित करते हैं, फिर रात में घटना को अंजाम देते हैं. वारदात को अंजाम देने का भी इनका अपना तरीका है. पहले ये किसी सूनसान स्थान पर अपने कपड़े बदल कर नेकर और बनियान पहनकर घरों में घुसते हैं. हथियार के रूप में डंडों का प्रयोग करते हैं. घर में घुसकर ये परिवार के लोगों के सिर पर हमला कर बेहोश कर देते हैं. उसके बाद बड़े इत्मीनान से घर का सारा कीमती सामान और नकदी लूटकर फरार हो जाते हैं.
गिरोह के सदस्य इतने शातिर हैं कि ये फर्जी आधार कार्ड तैयार कर उनसे सिम ले लेते हैं, फिर इसका प्रयोग वे घटना को करने में करते हैं. पकड़े गए बदमाशों ने हाल ही में प्रयागराज में एक वारदात को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों से कुछ इनपुट्स मिले हैं जिन्हें कई राज्यों समेत प्रदेश के तमाम जिलों को भी शेयर किया जाएगा ताकि इस खास तरीके के गिरोह द्वारा की जाने वाली वारदातों को रोका जा सके. इसके साथ ही इस संगठित गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा सकेगा.
यह शातिर व घुमंतू गिरोह है. इसमें नट, फकीर और आदिवासी जनजाति समुदाय के बदमाश शामिल रहते हैं. ये पंजाब से आकर यूपी के कई शहरों में अपना अड्डा बनाये हुए हैं.