गौतमबुद्ध नगर। आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं और ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए फायर विभाग भी अब सजग हो गया है। सबसे बड़ी बात है कि गौतमबुद्ध नगर में हाई राइज बिल्डिंग, स्कूल, मॉल, बार, इंडस्ट्रियल एरिया समेत खुले बाजार और दुकानों की भरमार है।
गौतमबुद्ध नगर के किसी भी कोने में फैली एक छोटी सी चिंगारी भी एक बड़ी आग का रूप ले लेती है और उसे सुर्खियां बनते देर नहीं लगती। फायर विभाग ने भी उन सभी लोगों की लिस्ट बनाई है जिनके पास या तो एनओसी नहीं है या फिर फायर फाइटिंग सामान को लेकर उनके दुकान, स्कूल, माल, बार या फिर सोसाइटी कहीं पर भी कोई कमी रह गई हो।
फायर ब्रिगेड की पहल के बाद तेजी से लोग अपने यहां फायर ब्रिगेड से जुड़ी हुई सारी कमियों को पूरा करने में भी लगे हैं और आंकड़ा तेजी से बढ़ता दिखाई दे रहा है।
गौतमबुध नगर की बात करें यहां पिछले 1 साल के आंकड़ों के मुताबिक, 550 लोग ऐसे हैं जिनकी दुकान, मॉल, बार, रेस्टोरेंट और स्कूल में फायर फाइटिंग संबंधी कोई ना कोई कमी मौजूद थी या उन्होंने फायर की एनओसी नहीं ली थी। इसके साथ ही साथ लगभग 300 हाई राइज सोसायटियों को भी नोटिस जारी किया गया है।
इसमें एक बात जिस पर गौर करना बेहद जरूरी है वो ये है कि हाईराइज की 300 सोसायटीओं को भेजे गए नोटिस में से ढाई सौ ने अपने सोसाइटी में फायर फाइटिंग के पुख्ता इंतजाम करवाने की रिपोर्ट वापस फायर विभाग को भेज दी है, वहीं दूसरी तरफ 550 भेजे गए नोटिस में से करीब 400 लोगों ने भी फायर विभाग को रिप्लाई कर दिया है कि उनके यहां फायर फाइटिंग के तमाम उपकरण और इंतजाम पूरे हो गए हैं।
गौतमबुद्ध नगर के चीफ फायर ऑफिसर (सीएफओ) प्रदीप कुमार ने बातचीत करते हुए बताया कि गौतमबुध नगर बहुत ही सेंसिटिव जिला है। इसीलिए यहां पर फायर सेफ्टी के इंतजाम के लिए अलग-अलग जगह अलग-अलग स्टेशन बनाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि यहां पर लापरवाही की कोई भी गुंजाइश नहीं है क्योंकि गौतमबुध नगर यूपी का शो विंडो है। इसीलिए पिछले 1 साल में करीब 800 से ज्यादा लोगों को फायर एनओसी और उससे संबंधित खामियों को पूरा करने के लिए नोटिस भेजे जा चुके हैं और लोग जल्द से जल्द उन्हें पूरा कर फायर विभाग को रिप्लाई भी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बहुत सारे स्कूल, मार्केटप्लेस, मॉल और सार्वजनिक स्थल पर आने वाले समय में सभी जगह पर जागरूकता अभियान चलाकर सभी को जागरूक बनाया जाएगा और एक संदेश दिया जाएगा कि आज से कैसे बचाव किया जाए और हम खुद को सतर्क कैसे रखें। उन्होंने बताया कि वह और उनकी टीम औचक निरीक्षण भी करती है जिससे यह पता चल सके कि कहां-कहां कमियां हैं और उन कमियों को पूरा कैसे किया जाए।
उन्होंने बताया कि मुख्यालय को उन्होंने सूचित किया है कि आने वाले समय में ऐसा कानून बनाया जाए कि उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके जो लोग झूठा शपथ पत्र फायर विभाग के पास जमा कर आते हैं कि उनके यहां सभी इक्विपमेंट्स और फायर फाइटिंग से जुड़े हुए सभी चीजें काम कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि लोग अपने भवन में फायर फाइटिंग इक्विपमेंट्स को लगा लेते हैं लेकिन जल्द ही वह शोपीस बनकर रह जाते हैं। ऐसे लोगों पर जुर्माने की राशि अगर लगाना शुरू हो जाएगी तो फिर यह खुद ही अपनी चीजों का ध्यान रखना शुरू कर देंगे और आगजनी की घटनाओं में कमी आएगी।