अयोध्या। तारून ब्लाक की ग्रामसभा गयासपुर में विकास कार्यों में धन की अनियमितता की शिकायत पर हुई जांच में दोषी पाए जाने पर तत्कालीन ग्राम प्रधान, तीन सचिवों ,अवर अभियंता लघु सिंचाई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। जांच में करीब नौ लाख 53 हजार 220 रुपये के गबन का मामला पाया गया है। जिलाधिकारी के आदेश पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत की ओर से तारुन थाने में गबन की एफआईआर दर्ज कराई गई है।
विकास खण्ड गयासपुर निवासी राम कुमार शर्मा ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर वित्तीय वर्ष 2016 -2017 में सरकारी धन के गबन का आरोप लगाया था। शिकायत पर की गई जांच में पाया कि व्यय की गई सरकारी धनराशि का पंचायत सचिव ,ग्राम प्रधान व अवर अभियंता लघु सिंचाई ने बराबर की हिस्सेदारी कर राजस्व की हानि की है। रिपोर्ट के अनुसार सोलर लाइट, स्ट्रीट लाइट कार्य के मद में 704900 रुपए, हैंडपंप मरम्मत एवं रिबोर के काम में 203140 रुपए, कूप मरम्मत कार्य में 45180 रुपए का गड़बड़झाला किया गया है।
जिलाधिकारी के आदेश पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत उमाशंकर सिंह ने एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रर्थनापत्र दिया था। थाना प्रभारी रतन सिंह ने बताया कि एडीओ पंचायत की तहरीर पर नामजद पूर्व प्रधान कुसुम, अवर अभियंता रामतीरथ वर्मा, ग्राम विकास अधिकारी अभिमन्यु विश्वकर्मा, माता प्रसाद व भूपेंद्र सिंह पर सरकारी धन के गबन के मामले एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।