बरेली न्यूज़: अवैध वसूली को लेकर वायरल हुए वीडियो ने पुलिस महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है. बातचीत से स्प्ष्ट है कि वीडियो में शामिल पुलिसकर्मी विभाग में रिश्वत देकर काम कराने वाले चैनल को लेकर बातचीत कर रहे हैं. इसमें सीओ से लेकर थाना प्रभारी तक को इस सिस्टम का हिस्सा बताया जा रहा है.
एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि वायरल वीडियो में रिश्वत लेने की पुष्टि नहीं हुई. पुलिसकर्मी इसके बारे में बात कर रहे हैं. इसके चलते रिश्वतखोरी की पुष्टि के लिए वीडियो बनाने वाले व्यक्ति के बारे में भी जानकारी की जा रही है कि ताकि उनकी मदद से कुछ सबूत जुटाकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की रिपोर्ट दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई की जा सके.
इन पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई अवैध वसूली की बातचीत के वीडियो वायरल होने में गढ़ी चौकी इंचार्ज रजनीश कुमार, किला थाने के दरोगा रवि शर्मा और चौकी पर तैनात सिपाही उत्तम कुमार को सस्पेंड किया गया है. इसके अलावा चौकी पर तैनात सभी 14 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया. इनमें दरोगा अमन कुमार, जयवीर सिंह राठी, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, सिपाही नरेंद्र प्रताप, मनीष कुमार, साकिब जमाल, मोहित कुमार, शिव कुमार, आशीष कुमार, जयदीप, गौरव त्रिपाठी, महिला सिपाही निशु, कोमल और लवी त्यागी शामिल हैं. सभी के खिलाफ विभागीय जांच के भी निर्देश दिए गए हैं.
दलाल लेगा 20, साहब को बताएगा 10, देगा आठ
थाने का दलाल लेगा 20, साहब को बताएगा दस, साहब को देगा आठ कि दो ये हम ले ले रहे हैं. साहब तक पूरी चीज नहीं पहुंची, ये शाम को हम क्लियर कर लेंगे...ठीक है. साहब तक पहुंची नहीं होगी, नुकसान आप झेल जाओगे. इसलिए मैं कह रहा हूं कि कोई चीज मजबूती से पकड़ो रवि. इसी बीच दूसरा दरोगा कहता है कि आपने कहा था, वहां दे दो तो पहला वाला कहता है कि मिलने के लिए कहा था.
● मामले की तह तक जाने के लिए वीडियो बनाने वाले की तलाश
बिना सीओ साहब के कहने से काम नहीं होता
आप समझ लो यह गलती है, इस चैनल से काम नहीं होता. नुकसान हो जाएगा इंस्पेक्टर साहब का, यही मैं कह रहा हूं. बिना सीओ साहब के कहने से कोई काम नहीं होता. इसी बीच दूसरा व्यक्ति कुछ कहता है तो पहले वाला कहता है कि रवि के माध्यम से आपको नहीं करना चाहिए था न आपको, इंस्पेक्टर साहब को, यही तो मैं कह रहा हूं... रवि माने महादलाल.
चौकी में हमारे साथ दगा करोगे तो छोडूंगा नहीं
हमारा नुकसान कर दिया न, गलत है सिपाही से मांगो. हमारी चौकी में हमारे साथ दगा करोगे तो मैं छोडूंगा नहीं. भाई मेरा नुकसान न कराओ, मैं आपके साथ हूं. चौकी पर हूं 12 बजे रात को आपके साथ खड़ा रहूंगा. नुकसान अगर दरोगा कराएगा तो सिपाही आपके किसी काम में नहीं आएगा. सही बात कह रहा हूं कि काम कराओ, फर्जी ले लिए 30 हजार रुपये, किस बात के लिए. कितने दिए, बीस दिए... क्यों दिए. मैं तो यहां आया, एक बार कान में डालते कि साहब यह समस्या है, मैं खुद एफआईआर कर लेता, मेरी जिम्मेदारी होती. जिसकी यहां पोस्टिंग नहीं, उसको आप यहां बुलाकर करा रहे हो. किसने बात की विजय पाल से तो दूसरा व्यक्ति कहता है कि दरोगा जी ने बुलाया. इस पर दूसरा दरोगा कहता है कि मैंने नहीं बुलाया. फिर पहले वाला दरोगा कहता है कि चाबी शाकिर के पास तो ताला कैसे टूट गया. फिर तो यह चोरी हो गई. किसी की मजाल नहीं कि चौकी क्षेत्र से एक टुकड़ा चला जाए.
पैसे के मामले में सिपाही का कभी भरोसा नहीं करना चाहिए
तुम लोग यहां से ताला तुड़वाकर ले जा रहे हो. घर में ही चोर बैठा तो चोरी क्यों नहीं होगी. आज वो हमारे साथ कर रहे हैं, कल तुम्हारे साथ भी कर देंगे. पैसे के मामले में सिपाही का कभी भरोसा नहीं करना चाहिए, मैं तो सीधे-सीधे कह दे रहा हूं. इसके बाद दरोगा कहता है कि इंस्पेक्टर साहब से आपकी बात हुई, कितना दिए, किसके माध्यम से. रवि माने बहुत बड़ा दलाल, रवि दरोगा बहुत बड़ा दलाल है. अगर हमारी चौकी में किसी काम से अटैच कर रहे हो तो हमसे संपर्क मत रखो. रवि माने बहुत बड़ा दलाल, मैं अभी इंस्पेक्टर साहब से बात करूंगा. पहले बताओ इंस्पेक्टर साहब के बदले सीओ साहब से बात की जाए तो इंस्पेक्टर मतलब जीरो. समस्या तो आप लोगों ने खड़ी की है, ये चैनल मतलब, नुकसान हो जाएगा इंस्पेक्टर साहब का.
कुछ पुलिसकर्मियों के बातचीत के चार वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें लेनदेन और ऊपर तक हिस्सा पहुंचाने की बात की जा रही है. जांच के बाद गढ़ी चौकी इंचार्ज समेत 17 पर कार्रवाई की है. इसमें तीन सस्पेंड किए गए हैं और 14 को लाइन हाजिर किया है.
-अखिलेश चौरसिया, एसएसपी