गाजियाबाद में ऑटो ड्राइवर की मौत मामले में 3 पुलिसकर्मी पर एफआईआर दर्ज, अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
गाजियाबाद (आईएएनएस)| गाजियाबाद में ऑटो ड्राइवर धर्मपाल यादव की कथित तौर पर पुलिस पिटाई से मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। कनावनी चौकी प्रभारी रविंद्र कुमार व 2 कॉन्स्टेबल के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (आईपीसी-304) का केस दर्ज कर लिया गया है। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस प्रकरण को शर्मनाक बताते हुए एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग की है।
दरअसल 25 साल के धर्मपाल यादव मूल रूप से जिला कासगंज में अमापुर थाना क्षेत्र के गांव नंगला बांस के रहने वाले थे। वो परिवार के साथ गाजियाबाद में इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के कनावनी गांव में रहता था। धर्मपाल यहां ऑटो चलाता था। बहनोई अरविंद यादव के अनुसार, रविवार रात 10 बजे धर्मपाल ऑटो से घर लौट रहा था। रास्ते में एक साइकिल से टक्कर हो गई। इसके बाद कनावनी चौकी की पुलिस धर्मपाल को ले गई। उसको खूब पीटा। रात डेढ़ बजे पुलिस ने धर्मपाल को बेहोशी की अवस्था में परिजनों के सुपुर्द किया और उसके 30 मिनट बाद ही मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस पिटाई से मौत हुई है। इसे लेकर सोमवार को दिनभर हंगामा भी चला।
इस मामले में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा,कानपुर में बलवंत सिंह के बाद अब गाजियाबाद में ऑटो चालक धर्मपाल यादव की पुलिस हिरासत में मौत, बेहद शर्मनाक। दोनों मृतकों की पत्नियों को सरकारी नौकरी और परिजनों को 1-1 करोड़ का मुआवजा दे सरकार।
समाजवादी पार्टी ने ऑफिशियल हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा,गाजियाबाद में हिरासत के दौरान पुलिस की पिटाई से ऑटो चालक धर्मपाल यादव की मृत्यु, अत्यंत दुखद। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए से आर्थिक मदद करेगी। मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी व 1 करोड़ रुपए मुआवजा दे सरकार। आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजें मुख्यमंत्री।'
--आईएएनएस