उत्तरप्रदेश | इलाके के खाखापुर गांव में फतनपुर पीआरवी के सिपाहियों को पीटने के आरोपित की तहरीर पर एफआईआर नहीं दर्ज की जा सकी. सिपाही ने उसके खिलाफ पहले से ही एफआईआर दर्ज करा दी थी. अब पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है लेकिन वह मोबाइल स्विचऑफ करके फरार है.
फतनपुर थाने की यूपी 112 पीआरवी के सिपाहियों से रानीगंज के खाखापुर तिराहे पर इसी गांव के जयसिंह पटेल से मारपीट हो गई थी. मामले में पीआरवी के चालक योगेश कुमार ने देर रात जयसिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. हालांकि जयसिंह पुलिस के सामने नहीं आया लेकिन उसने सिपाहियों के खिलाफ अपनी तहरीर भेज दी. उसने सिपाहियों पर अकारण मारने पीटने, घसीटकर गाड़ी में बैठाने के प्रयास का आरोप लगाया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. हालांकि घटना के बाद से ही वह फरार हो गया. पुलिस ने दूसरे दिन भी उसके घर के साथ संभावित ठिकानों पर दबिश दी लेकिन कुछ पता नहीं चला. एसओ आदित्य सिंह ने बताया कि जयसिंह ने दूसरे से अपनी तहरीर भेजवाई थी. वह सामने नहीं आया था. उसकी तलाश की जा रही है.
जेई की विधायक से की शिकायत
गांव के बगल ही विद्युत सब स्टेशन पर कई वर्षों से नौकरी कर रहे अवर अभियंता की शिकायत ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक से करते हुए कार्रवाई की मांग की है. सोनाही व दिलीपपुर विद्युत स्टेशन के अवर अभियंता रणजीत सिंह निवासी खूझी कला की शिकायत गांव के ऋषभ सिंह व सतीश सिंह ने पट्टी विधायक राम सिंह पटेल से शिकायत की. आरोप है कि जेई रणविजय सिंह 6 वर्षों से विद्युत सब स्टेशन सोनाही व दिलीपपुर में कार्यरत है. गांव के 20, 25, लड़कों से 50-50 हजार रुपये लेकर उन्हें निविदा पर नौकरी दिलाया है. आरोप है कि स्टोर का सामान भी बेच लेते हैं. अवर अभियंता रणविजय सिंह ने बताया कि सारे आरोप बे बुनियाद हैं.