पापा ने खर्च कर दिए पैसे, बिना यूनिफॉर्म के स्कूल आ रहे बच्चे
पापा ने कहा है दो-तीन दिन में बनवा दूंगा ड्रेस
मुरादाबाद: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा ले रहे बच्चे बिना ड्रेस के ही स्कूल पहुंच रहे हैं. कारण जो भी हो पर उनकी ड्रेस तैयार नहीं हो सकी. हालांकि कुछ बच्चों का यही कहना है कि पापा ने पैसे खर्च कर दिए. मास्टर साहब ने बोला तो ये कह दिया कि दो-तीन दिन में सिलवा देंगे.
जिले के 1401 प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा ले रहे बच्चों को डीबीटी के माध्यम से ड्रेस, स्कूल बैग, जूता और मोजा के लिए 1200 रुपये दिए जाते हैं. 19 जुलाई को मुरादाबाद जिले के 1,38,024 बच्चों के खातों में पैसा भेजा गया था. इसके बावजूद अब तक कई बच्चे बिना ड्रेस के ही स्कूल आ रहे हैं. कंपोजिट विद्यालय दांग, प्राथमिक विद्यालय कुंदरकी हो या उच्च प्राथमिक विद्यालय कुंदरकी. हर जगह कई बच्चे बिना ड्रेस के दिख रहे हैं. हालांकि करीब बीस हजार ऐसे भी बच्चे हैं, जिन्हें ड्रेस का पैसा द्वितीय चरण में मिलेगा, क्योंकि उनका नामांकन अभी हुआ है.
बच्ची बोली, पापा ने कहा है दो-तीन दिन में बनवा दूंगा ड्रेस
शहर के एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा ले रही बच्ची ने बताया कि सर ने पापा से ड्रेस के लिए कहा था. पापा ने सर को बता दिया था कि पैसे खर्च हो गए हैं. बाद ड्रेस तैयार करवा दूंगा. इसके अलावा एक और बच्चे ने बताया कि पापा ने कहा है कि ड्रेस बाद में बनवा दूंगा. पहले जरूरी काम करा लूं. इसके अलावा कुंदरकी क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों ने बताया कि अधिकांश को ड्रेस का पैसा नहीं मिला है. वहीं कुछ बच्चों का कहना है कि उन्होंने अपने पास से ड्रेस बना ली है और वह स्कूल ड्रेस पहन कर आते हैं.
अभिभावकों को मोटीवेट कर रहे हैं कि वे बच्चों का ड्रेस जल्द बनवा दें. काफी हद तक बच्चे ड्रेस में आ भी आ रहे हैं. अभी हाल ही में पैसा गया है तो जल्द ही अन्य के ड्रेस भी बन जाएंगे. द्वितीय चरण के पैसे को राज्य सरकार को फारवर्ड किया गया है. जल्द बचे बच्चों के भी ड्रेस बनवा दिए जाएंगे. -अजीत कुमार, बीएसए.