लखनऊ: 1090 चौराहे के पास देर रात सब जब घूम रहे थे, तभी आंखों में आंसू देने वाला वाकया हो गया. सात वर्षीय बेटी के साथ पहुंचा एक व्यक्ति नदी में कूदने लगा तो बच्ची हाथ छुड़ाकर पीछे हट गई. इस बीच पिता ने गोमती में छलांग लगा दी. शाम को गोताखोरों ने शव को निकाला.
हजरतगंज थाना इंस्पेक्टर के मुताबिक राजाजीपुरम निवासी अशोक कुमार गुप्ता (55) इलेक्ट्रीशियन थे. कुछ समय से उनके पास कोई काम नहीं था. शाम को वह सात वर्षीय बेटी को घुमाने के बहाने घर से निकले थे. रात 10 बजे स्कूटी से 1090 चौराहे के पास पहुंचे. स्कूटी सड़क किनारे खड़ी कर बेटी को समतामूलक की तरफ लेकर बढ़ने लगे. पुल के पास पहुंचने पर गोमती में कूदने के लिए बेटी का हाथ पकड़कर घसीटने लगे. बच्ची किसी तरह पिता से अपना हाथ छुड़ाया और पीछे हट गई. जब तक वह कुछ समझ पाती उसके सामने पिता ने नदी में छलांग लगा दी. बेटी को रोता देख आसपास लोगों की भीड़ जुट गई. शाम को गोताखारों ने 1090 चौराहे के पास से अशोक के शव निकाला. परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है.
कुछ देर पहले दिलाई थी आइसक्रीम मासूम बच्ची के मुताबिक पिता ने 1090 चौराहे के पास उसे आइसक्रीम दिलाई थी. इसके बाद वह पिता का हाथ पकड़कर चौराहे के पास घूम रही थी.
इस बीच पिता अचानक उसका हाथ पकड़कर नदी में कूदने लगे.
आर्थिक तंगी के चलते उठाया कदम
पुलिस ने बताया कि परिजनों के मुताबिक अशोक के पास बीते कुछ समय से कोई काम नहीं था. आर्थिक तंगी से वह परेशान चल रहे थे. रोजमर्रा की जरूरते पूरी करने के लिए भी उन्हें मशक्कत करनी पड़ रही थी. जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया है.